
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज तमिलनाडु के चेन्नई में डिफेंस एक्सपो में रक्षा प्रदर्शनी का उद्घाटन किया. इस वर्ष डिफेंस एक्सपो की थीम 'भारत-उभरता रक्षा विनिर्माण हब' है.
प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज ये देखकर खुशी हो रही है कि 500 से अधिक देशी और 150 से अधिक विदेशी कंपनियां यहां मौजूद है. करीब 40 से अधिक देशों ने अपने प्रतिनिधियों को यहां पर भेजा है. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश लोगों को बचाना और शांति स्थापित करना है. इसके लिए हम अपनी सैन्य ताकतों का हर तरह से साथ देने के लिए तैयार हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने हथियार मैन्यूफैक्चरिंग की ओर काफी काम किया है. पिछले कुछ समय में हमने काफी काम किया है. जिसमें डिफेंस मैन्यूफैक्चरिंग के लाइसेंस देना, एफडीआई, एक्सपोर्ट आदि को लेकिर काफी कदम उठाए गए हैं.
पीएम मोदी ने यहां सेना के लिए बुलेटप्रूफ जैकेट्स और वायुसेना के लिए लड़ाकू विमान की खरीद में लेटलतीफी के लिए इशारों ही इशारों में पिछली सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'आपने देखा होगा सेना के लिए बुलेटप्रूफ जैकेट्स की दरकार थी जो कई सालों से लंबित थी. हमने अब उसको अंजाम तक पहुंचा कर कामयाब बनाया है. आपने लड़ाकू जहाज़ों की खरीद की कोशिशें भी देखी होंगी, जो कभी अंजाम तक नहीं पहुंच पाईं. हम इसको भी कामयाब अंजाम तक पहुंचा रहे हैं.'
उन्होंने कहा कि रक्षा विनिर्माण का क्षेत्र में सरकार की भागीदारी के मामले में यह युग अनूठा है. सरकार इसके लिए लाइसेंस देती है, सुविधाएं देती है. रक्षा उत्पादन के मामले में हमारे नियमन, विधियों और प्रक्रियाओं को उद्योगों के लिए अधिक दोस्ताना बनाया गया है. ऑफसेट गाइडलाइन्स को आसान बनाया गया है. अनेक प्रक्रियाओं को आसान और सरल बनाया गया है. रक्षा अधिग्रहण की प्रक्रिया का भी नवीनीकरण किया गया है.
इस दौरान रक्षा प्रणालियों और इनके कलपुर्जो के निर्यात में भारत की क्षमता को दर्शाया जाएगा. आपको बता दें कि पीएम मोदी के चेन्नई दौरे के दौरान भी उनका विपक्ष के खिलाफ उपवास जारी रहेगा.
प्रधानमंत्री के इस दौरे का कई संगठन विरोध भी कर रहे हैं. इनमें तमिल आर्ट्स एंड कल्चर फोरम, MDMK नेता वाइको, TVK नेता वेलमुरुगन के अलावा डीएमके नेता भी शामिल होंगे. सभी संगठन कावेरी मुद्दे को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. कई संगठनों ने इस दौरान प्रधानमंत्री को काले झंडे भी दिखाए.
आपको बता दें कि लगभग 150 अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शकों सहित 670 से भी ज्यादा प्रदर्शक डिफेंस एक्सपो में शिरकत करेंगे. इस वर्ष सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र का लगभग 15 प्रतिशत का समुचित प्रतिनिधित्व होगा.
भारतीय प्रतिभागियों में कई प्रमुख कंपनियां जैसे कि टाटा, कल्याणी, भारत फोर्ज, महिन्द्रा, एमकेयू, डीआरडीओ, एचएएल, बीईएल, बीडीएल, एमडीएल, जीआरएसई, जीएसएल, एचएसएल, आयुध कारखाने शामिल हैं.
डिफेंस एक्सपो-2018 में भाग लेने वाली प्रमुख अंतरराष्ट्रीय कंपनियों में लॉकहीड मार्टिन, बोइंग (अमेरिका), एसएएबी (स्वीडन), एयरबस, राफेल (फ्रांस), यूनाइटेड शिपबिल्डिंग (रूस), बीएई सिस्टम्स (ब्रिटेन), सिबत (इस्राइल), वार्टसिला (फिनलैंड), रहोड एंड श्वार्ज (जर्मनी) शामिल हैं.
प्रधानमंत्री चेन्नई के अड्यार स्थित कैंसर संस्थान का भी दौरा करेंगे. प्रधानमंत्री इस अवसर पर हीरक जयंती भवन, श्रीपेरंबदूर स्थित उपशामक देखभाल केंद्र (महावीर आश्रय) और अड्यार कैंसर संस्थान स्थित डे केयर सेंटर एवं नर्सो के क्वार्टर का उद्घाटन करने वाली पट्टिका का अनावरण करेंगे.