
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण 11 अप्रैल को डिफेंस एक्सपो का उद्धाटन करेंगी. इस बार डिफेंस एक्सपो में मेक इन इंडिया पर खास जोर रहेगा, इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 अप्रैल को डिफेंस एक्सपो में मेक इन इंडिया स्टॉल का उद्घाटन करेंगे.
यह पहला मौका होगा जब प्रधानमंत्री डिफेंस एक्सपो में शामिल होंगे. डिफेंस एक्सपो 11 से 14 अप्रैल के बीच चेन्नई के कांचीपुरम जिले के थिरुविदन्दाई में होगा.
डिफेंस एक्सपो भारत की कई रक्षा प्रणालियों और इसके उपकरणों के निर्माण जिसमें सेना, वायुसेना और नौसेना के लिए निर्माण और निर्यात की क्षमता पर केंद्रित होगा. डिफेंस एक्सपो में मुख्य केन्द्र हिंदुस्तान एरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) का देश में ही डिजाइन किया गया.
एक्सपो में चौथी जेनरेशन का हल्का लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस, एडवांस लाइट हेलिकाप्टर ध्रुव और डोर्नियर सिविलियन एयरक्राफ्ट शामिल होंगे. मेक इन इंडिया स्टॉल के जरिये भारत तेजस विमान के निर्यात के विकल्प भी तलाश करेगा.
डिफेंस एक्सपो में सेना के लिए 155 एमएम एडवांस आर्टिलरी गन का भी प्रदर्शन किया जाएगा. इसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने कल्याणी ग्रुप, टाटा पावर और ओएफबीएस की साझेदारी से तैयार किया है. इसके साथ ही ऑर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड की धनुष गन भी डिफेंस एक्सपो में खास आकर्षण होगी.
पहली बार भारत अपनी खुद की एटीएजी को प्रदर्शनी में रखेगा. एक्सपो के अन्य आकर्षण में सेना के टैंक एमबीटी अर्जुन और ब्रिज बनाने वाले टैंक (बीएटीज) भी शामिल होंगे. डिफेंस एक्सपो समुद्र किनारे आयोजित किया जा रहा और इससे पूर्वी तटीय मार्ग चेन्नई से महाबलेश्वरम सटा हुआ है.
इससे भारतीय नौसेना की स्वदेशी डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग की क्षमता भी दिखाई देगी. डिफेंस एकस्पो में अमेरिका, इंग्लैंड और रूस समेत 50 देशों की 80 रक्षा कंपनियां अपने रक्षा उत्पाद का प्रदर्शन करेंगी.