
गुजरात के राजकोट में 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मंदिर बनवाने की कोशिश की गई थी. ये कोशिश प्रधानमंत्री के समर्थकों की ओर से की गई थी. इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने नाखुशी जताते हुए खबर को ‘स्तब्धकारी’ और ‘भारत की महान परंपराओं’ के खिलाफ बताया था. लेकिन उस प्रकरण से भी कोई सीख ना लेते हुए अब उत्तर प्रदेश के मेरठ में प्रधानमंत्री मोदी का भव्य मंदिर बनाने की बात कही जा रही है.
इस मंदिर के लिए सरधना क्षेत्र के मेरठ करनाल हाईवे पर 5 एकड़ जमीन निर्धारित बताई जा रही है. ये भी कहा जा रहा है कि यहां मोदी की 100 फीट की प्रतिमा लगाई जाएगी.
सिंचाई विभाग के पूर्व इंजीनियर जेपी सिंह ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में मोदी का मंदिर बनाने की घोषणा की. सिंह खुद को मोदी का बड़ा प्रशंसक बताते हैं. सिंह का कहना है कि वो मोदी के कामों से इतना प्रभावित हुए हैं कि उनका मंदिर बनवाना चाहते हैं.
सिंह के मुताबिक, मंदिर के निर्माण में 10 करोड़ रुपए की लागत आएगी जिसे मोदी समर्थकों से जुटाया जाएगा. सिंह ने ये भी कहा कि मंदिर का भूमि पूजन 23 अक्टूबर को होगा और इसके निर्माण में करीब दो साल का वक्त लगेगा. सिंह जो भी दावा करें लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद 2015 में गुजरात के राजकोट में ऐसी ही कोशिश पर नाखुशी का इजहार किया था.
उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि ‘किसी इंसान का मंदिर बनाना हमारी सभ्यता नहीं है, मंदिर बनाने से मुझे दुख हुआ है. मैं लोगों से ऐसा नहीं करने का आग्रह करता हूं.’प्रधानमंत्री के ट्वीट के बाद राजकोट प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए वहां से मोदी की मूर्ति को हटवा दिया था.