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सोनामुरा में PM मोदी की रैली, कहा- त्रिपुरा को अब HIRA की जरुरत

पीएम ने कहा कि एक तरफ सरकार है और दूसरी तरफ जनता और जब जनता मैदान में उतरती है तो वो अच्छे-अच्छे सरकारों को उखाड़ कर फेंक देती है. उन्होंने कहा कि त्रिपुरा को अंधकार युग से बाहर लाकर, विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाना है.

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मोहित ग्रोवर
  • सोनापुरा, त्रिपुरा,
  • 08 फरवरी 2018,
  • अपडेटेड 9:12 AM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी के त्रिपुरा चुनाव अभियान की शुरुआत की. पीएम ने गुरुवार को सोनामुरा में रैली को संबोधित किया. मोदी ने अपने भाषण में राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि त्रिपुरा ने गलत माणिक पहन लिया है, जब तक आप ये गलत माणिक नहीं उतारोगे, तब तक त्रिपुरा का भाग्य नहीं बदलेगा.

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पीएम ने कहा कि एक तरफ सरकार है और दूसरी तरफ जनता और जब जनता मैदान में उतरती है तो वो अच्छे-अच्छे सरकारों को उखाड़ कर फेंक देती है. उन्होंने कहा कि त्रिपुरा को अंधकार युग से बाहर लाकर, विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाना है.

मोदी बोले कि अब त्रिपुरा में विकास का समय आ गया है. बीजेपी ने गरीबों के लिए काम करने का वादा किया है. त्रिपुरा को आज HIRA की जरुरत है. उन्होंने HIRA का मतलब भी बताया. मोदी ने कहा कि H मतलब हाइवे, I मतलब आई-वे (I-way), R मतलब रोड, A मतलब एयरवे त्रिपुरा की जरुरत है. इसके अलावा उन्होंने T का भी जिक्र किया, इस T में ट्रेड, टूरिज्म और यूथ की ट्रेनिंग शामिल हैं.

मोदी ने कहा कि आज त्रिपुरा में मजदूरों को उनके हक का पैसा नहीं मिल रहा है, पूरा देश प्रगति कर रहा है, लेकिन त्रिपुरा उससे अछूता है.

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आपको बता दें कि त्रिपुरा में पहले चरण के लिए 18 फरवरी को चुनाव होगा. दूसरे चरण में मेघालय और नागालैंड में 27 फरवरी को वोटिंग होगी. 3 मार्च को तीनों राज्यों के नतीजे आएंगे.

त्रिपुरा की सियासत पर लेफ्ट का कब्जा

गौरतलब है कि त्रिपुरा में 1978 के बाद से वाम मोर्चा सिर्फ एक बार 1988-93 के दौरान सत्ता से दूर रहा था. बाकी सभी विधानसभा चुनावों में लेफ्ट का कब्जा रहा है. पिछले पांच विधानसभा चुनावों से वाममोर्चा जीतती आ रही है.

1998 से लगातार त्रिपुरा में 3 बार से सीपीएम के मुख्यमंत्री माणिक सरकार के सामने इस बार बीजेपी एक बड़ी चुनौती बनी है. राज्य में कांग्रेस का ग्राफ लगातार गिरता जा रहा है. वहीं बीजेपी का वोट प्रतिशत बढ़ा है. नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद से बीजेपी ने नॉर्थ ईस्ट के क्षेत्रों पर फोकस किया है. इसके अलावा आरएसएस लगातार पूर्वोत्तर के क्षेत्रों में सक्रिय है.

बता दें कि इस साल अप्रैल में त्रिपुरा विधानसभा चुनाव होने है. बीजेपी ने राज्य की सत्ता से लेफ्ट को बेदखल करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. आरएसएस से लेकर बीजेपी के पन्ना प्रमुख बूथ स्तर के एक-एक वोटरों के संपर्क करने में जुटे हैं. राज्य में बीजेपी के प्रभारी राम माधव गुवाहाटी में डेरा जमाए हुए हैं.

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त्रिपुरा का सियासी समीकरण

त्रिपुरा के 2013 विधानसभा चुनाव में राज्य की कुल 60 सीटों में से वाममोर्चा ने 50 सीटें जीती थी, जिनमें से CPM को 49 और CPI को 1 सीट. जबकि कांग्रेस को 10 सीटों के साथ संतोष करना पड़ा था, लेकिन तीन साल के बाद 2016 में कांग्रेस के 6 विधायकों ने ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ज्वाइन कर लिया था. इन छह विधायकों टीएमसी भी रह नहीं सके और सभी 6 विधायकों ने अगस्त 2017 में बीजेपी ज्वाइन कर लिया.

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