
मुंबई स्थित लग्जरी ग्रैंड हयात होटल में अक्सर देश का टॉप फैशन शो होता है लेकिन सोमवार को यहां जो शो हुआ वो अभूतपूर्व था. महाराष्ट्र की कुर्सी पर कब्जे के लिए चल रही जंग के बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने शाम को लगभग 5 बजे अपने ट्विटर के जरिये घोषणा की कि ग्रैंड हयात में कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना अपने विधायकों का सार्वजनिक परेड करवाएगी. राउत ने दावा किया कि यहां पर महा विकास अघाड़ी को समर्थन देने वाले कुल 162 विधायक मौजूद रहेंगे.
शाम के सात बजते-बजते सैकड़ों मीडियाकर्मी मुंबई के हयात होटल के बाहर जम गए. महा विकास अघाड़ी के नेताओं ने दावा किया कि ग्रैंड होटल के अंदर 162 से ज्यादा विधायक मौजूद हैं. विधायकों के इस जमावड़े को शरद पवार, उद्धव ठाकरे, अशोक चव्हाण और मल्लिकार्जुन खड़गे जैसे दिग्गज नेताओं ने संबोधित किया.
पवार का बॉस अवतार दिखा
अमूमन शांत दिखने वाले शरद पवार ने हयात होटल में आक्रामक छवि का परिचय दिया. तीनों पार्टियों के विधायकों को एक साथ जुटाने में कामयाब होने के बाद शरद पवार जोश में दिखे. हालांकि पवार ने कुछ ही दिन पहले पीएम मोदी से मुलाकात की थी. लेकिन इस बैठक में बीजेपी पर जमकर बरसे.
पवार ने कहा कि बीजेपी ने गोवा में सरकार बनाने के लिए असंवैधानिक तरीके अपनाए हैं लेकिन बीजेपी को जान लेना चाहिए कि ये गोवा नहीं महाराष्ट्र है और उन्हें सबक सिखाने का वक्त आ गया है. शरद पवार ने विधायकों को कहा है कि ये गलत धारणा फैलाई जा रही है कि अजित पवार व्हिप जारी करेंगे और बीजेपी के पक्ष में वोट डालने को कहेंगे और जो व्हिप नहीं मानेगा उसकी विधानसभा की सदस्यता चली जाएगी. पवार ने विधायकों के सामने इस बात को खारिज किया और कहा कि वे खुद सुनिश्चित करेंगे कि किसी विधायक की सदस्यता नहीं जाए.
शरद पवार ने कहा कि अजित पवार को एनसीपी विधायक दल के नेता के पद से हटा लिया गया है और उन्हें व्हिप जारी करने का अधिकार नहीं है. पवार ने कहा कि अजित पवार पर जल्द एक्शन होगा. पवार ने कहा कि बीजेपी लोकतांत्रिक प्रक्रिया में विश्वास नहीं करती है.
शरद पवार ने विश्वास जताते हुए कहा कि इस गठबंधन को विधानसभा में बहुमत साबित करने में कोई दिक्कत नहीं होगी. उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वे 162 से ज्यादा विधायकों को अपने पक्ष में ले सकते हैं. पवार ने दावा किया कि महाराष्ट्र की राजनीति में तीन दलों का ये साथ 5 साल नहीं 50 साल के लिए है.
'हम बताएंगे कि शिवसेना क्या चीज है'
महाराष्ट्र में सरकार बनाना शिवसेना के लिए नाक की लड़ाई हो चुकी है. राज्य में अगर शिवसेना की अगुवाई में सरकार बनती है तो उद्धव ठाकरे के प्रोफाइल में जबर्दस्त बदलाव आएगा. उन्हें न सिर्फ राष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार्यता मिलेगी बल्कि वे राष्ट्रीय राजनीति के केंद्र में भी आ जाएंगे. सोमवार को बहुमत लायक विधायकों का मजमा देखकर उद्धव आत्मविश्वास से लबरेज दिखे. उद्धव ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि सत्ता के लिए सिर्फ जय नहीं बल्कि सत्यमेव जयते का सिद्धांत होना चाहिए. उद्धव ने बीजेपी को चुनौती भरे शब्दों में कहा कि अब हम बताएंगे कि शिवसेना क्या चीज है. उद्धव ने भी इस गठबंधन की लंबी उम्र की कामना की.
कांग्रेस की ओर से अशोक चव्हाण ने संभाला मोर्चा
हयात होटल में कांग्रेस की ओर से पूर्व सीएम अशोक चव्हाण मोर्चा संभाल रहे थे. हालांकि मीटिंग में मल्लिकार्जुन खड़गे भी मौजूद थे. चव्हाण ने दावा किया कि इस वक्त इस होटल में कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना के 162 नहीं बल्कि उससे ज्यादा विधायक मौजूद हैं. अशोक चव्हाण ने महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ गठबंधन की मंजूरी के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को इस गठबंधन को सरकार बनाने के लिए बुलाना चाहिए.