
नेपाल में आईएसआई एजेंट की दो बाइक सवार बदमाशों ने गोली मार कर हत्या कर दी. इसके बाद ये बदमाश भारत की सीमा में दाखिल हो गए. यह मामला दक्षिणी पूर्वी नेपाल के सुनसरी के भुटहा इलाके का है.
बताया जा रहा है कि खुर्शीद आलम नेपाल में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम करता था. जांच एजेंसियों के मुताबिक खुर्शीद भारत के कई बड़े शहरों में बम धमाके कर सैकड़ों लोगों की हत्या करने वाले इंडियन मुजाहिदीन के आतंकियों को नेपाल में पनाह देता था.
खुर्शीद पहली बार जांच एजेंसियों के रडार पर दिल्ली के बटला हाउस एनकाउंटर केस में आया. दरअसल, दिल्ली पुलिस स्पेशल के इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा पर गोली चलाने वाले इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी शहजाद और देश के कई शहरों में बम धमाके के आरोपी सलमान को जांच एजेंसियों ने गिरफ्तार किया. इन दोनों से पूछताछ के दौरान खुर्शीद आलम का नाम सामने आया था.
आजतक के पास इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी सलमान की इंटेरोगेशन रिपोर्ट (IR) मौजूद है. सलमान की आईआर के मुताबिक साल 2008 में बटला हाउस एनकाउंटर के बाद साल 2009 में इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी डॉक्टर शाहनवाज ने नेपाल में छुपने के लिए सभी साथियों को कहा. बता दें कि डॉक्टर शाहनवाज वही शख्स है जिस पर एनआईए ने 10 लाख का इनाम रखा हुआ है और उसके आईएस से जुड़ने की खबरें आई थीं.
सलमान के मुताबिक शाहनवाज के इशारे पर वह अपने साथियों के साथ नेपाल के भुटहा में मौजूद खुर्शीद आलम के घर पर छुपे. आलम कांग्रेस का स्थानीय नेता था. वह रेयान नेशनल स्कूल चलाता था और उसने फर्जी पते पर डॉक्टर शाहनवाज, बड़ा साजिद, अबु साजिद और खालिद का पासपोर्ट बनवाया था.
बता दें कि सलमान को जांच एजेंसियों ने नेपाल के खुर्शीद आलम के घर से गिरफ्तार किया था. जबकि फर्जी पासपोर्ट बनवाकर 10 लाख के इनामी शाहनवाज, अबु राशीद, बड़ा साजिद और खालिद पाकिस्तान फरार हो गए. इसके बाद इन सभी के आईएस ज्वाइन करने की खबरें आईं.
निजामुद्दीन नाम का शख्स भी रडार पर
नेपाल के बिराट नगर में रहकर मनी एक्सचेंजर का काम करने वाला निजामुद्दीन नाम का शख्स भी इन दिनों जांच एजेंसियों के रडार पर है. निजामुद्दीन के नाम का खुलासा जांच एजेंसियों के सामने तब हुआ जब हाल में ही बटला एनकाउंटर के बाद फरार इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी जुनैद और साल 2006 मुंबई धमाके के आरोपी सिमी के आतंकी सुभ्भान की गिरफ्तारी हुई. दोनों ने पूछताछ में खुलासा किया कि भारत से फरार होने के बाद निजामुद्दीन ने ही नेपाल में शरण दी और दोनों का पासपोर्ट बनवाया.