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‘भारत की नाकेबंदी’ के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र पहुंचा नेपाल

नेपाल ने भारत की सीमा से लगे एक प्रमुख व्यापार स्थल को कथित तौर पर बाधित किए जाने को लेकर संयुक्त राष्ट्र का रुख किया है उसने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि जरूरी सामान की ट्रांजिट की स्वतंत्रता पर अंकुश नहीं लगाया जाए.

'नाकेबंदी' के चलते भारत-नेपाल सीमा पर वीरगंज में फंसे ट्रक (फोटो-AP) 'नाकेबंदी' के चलते भारत-नेपाल सीमा पर वीरगंज में फंसे ट्रक (फोटो-AP)
aajtak.in
  • काठमांडू,
  • 04 अक्टूबर 2015,
  • अपडेटेड 8:04 AM IST

नेपाल ने भारत की सीमा से लगे एक प्रमुख व्यापार स्थल को कथित तौर पर बाधित किए जाने को लेकर संयुक्त राष्ट्र का रुख किया है उसने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि जरूरी सामान की ट्रांजिट की स्वतंत्रता पर अंकुश नहीं लगाया जाए.

नेपाली प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे उप प्रधानमंत्री प्रकाश मान सिंह ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून से मुलाकात की. इस दौरान सीमा पर ‘भारत की नाकेबंदी’ के मुद्दे पर भी चर्चा की गई. सूत्रों के मुताबिक बान ने जरूरी सामान की आपूर्ति बाधित किए जाने और इससे होने वाली दिक्कतों को लेकर चिंता जताई.

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संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए सिंह ने गुरुवार को विश्व समुदाय से अपील की थी कि वियना कार्यक्रम (2014-2024) के प्रभावी कार्यान्वयन के जरिए नेपाल जैसे समुद्री सीमा से रहित विकासशील देशों के लिए समुद्र तक प्रभावी और निर्बाध पहुंच सुनिश्चित की जाए.

प्रकाश मान सिंह ने कहा, 'समुद्री सीमा से रहित देशों की ट्रांसिट की आजादी का सभी देशों को पूरी तरह से और बिना शर्त पालन करना चाहिए.

भाषा से इनपुट

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