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2000 की करेंसी को हटाने नहीं, नोटबंदी की खामी दूर करने को लाया गया 200 का नोट!

केन्द्रीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार से 200 रुपये की नई करेंसी का संचार शुरू कर दिया है. ज्यादा सुरक्षा फीचर्स से लैस 200 रुपये की नई करेंसी 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी लागू होने के बाद तीसरी नई करेंसी है जिसे बाजार में उतारा जा रहा है. इस नई करेंसी का मकसद नोटबंदी के बाद बड़ी डिनॉमिनेशन की 500 और 2000 रुपये की करेंसी से पैदा हुए करेंसी संकट को दूर करना है.

फुटकर की दिक्कत दूर करने के लिए आई 200 की नोट फुटकर की दिक्कत दूर करने के लिए आई 200 की नोट
राहुल मिश्र
  • नई दिल्ली,
  • 25 अगस्त 2017,
  • अपडेटेड 9:40 AM IST

केन्द्रीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार से 200 रुपये की नई करेंसी का संचार शुरू कर दिया है. ज्यादा सुरक्षा फीचर्स से लैस 200 रुपये की नई करेंसी 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी लागू होने के बाद तीसरी नई करेंसी है जिसे बाजार में उतारा जा रहा है. इस नई करेंसी का मकसद नोटबंदी के बाद बड़ी डिनॉमिनेशन की 500 और 2000 रुपये की करेंसी से पैदा हुए करेंसी संकट को दूर करना है.

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नोटबंदी के फैसले से बाजार से 500 रुपये और 1000 रुपये की करेंसी को हटा लिया गया था जिसकी जगह रिजर्व बैंक ने नई सीरीज के और अधिक सुरक्षा फीचर्स के 500 और 2000 रुपये की नई करेंसी का संचार शुरू किया था. लेकिन बड़ी डिनॉमिनेशन की दोनों करेंसी से बाजार में फुटकर का पूरा दबाव 100 और 50 रुपये की करेंसी पर पड़ने लगा जो कुछ ही दिनों में रिजर्व बैंक और केन्द्र सरकार के लिए सिरदर्द बन गया.

संचार में पैदा हुए संकट के अलावा रिजर्व बैंक को स्थिति सामान्य करने के लिए अधिक से अधिक 50 रुपये और 100 रुपये की करेंसी की प्रिंटिंग करने की जरूरत थी. लेकिन 50 और 100 रुपये की नई सीरीज की करेंसी प्रिंट करने की लागत अधिक होती, लिहाजा रिजर्व बैंक ने इस 200 की करेंसी से कम खर्च में ज्यादा करेंसी छापकर बाजार को सामान्य करने की है.

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गौरतलब है कि इस नई करेंसी के जारी करने से पहले बाजार में अफवाह गर्म थी कि रिजर्व बैंक एक बार फिर 2000 रुपये की करेंसी के संचार को धीरे-धीरे कम कर देगी. माना जा रहा है कि 2000 की करेंसी की सुविधा के चलते देश में कालेधन का संचय आसान हो गया है और इसी के चलते बाजार में 2000 की करेंसी का ज्यादा संचार नहीं है.

हालांकि केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली संसद में यह साफ कर चुके हैं कि 2000 की करेंसी पर किसी तरह का कोई खतरा नहीं है. लिहाजा, साफ है कि 200 रुपये की यह नई करेंसी 2000 रुपये की करेंसी के विकल्प में नहीं बल्कि नोटबंदी के फैसले से पैदा हुए संकट को दूर करने के लिए है.

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50 रुपये की नई करेंसी

50 रुपये के नई सीरीज की करेंसी को (महात्मा गांधी (नई) सीरीज के तहत) जारी किया जाएगा. इसपर आरबीआई के गवर्नर उर्जित पटेल के हस्ताक्षर होंगे. 50 रुपये के नए नोटों के पिछले साइड में दक्षिण भारतीय मंदिर के साथ रथ की तस्वीर रहेगी. जो कि देश की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाता है.

 

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