
महाराष्ट्र के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री और पुणे जिले के पालक मंत्री गिरीश बापट के द्वारा दिया गया बयान उन्हीं के लिए मुश्किलें खड़ी करेगा इसमें किसी की दो राय नहीं थी. अखिल महाराष्ट्र अनार उत्पादक संशोधन संघ का राष्ट्रीय अधिवेशन हाल ही में पुणे में संपन्न हुआ था.
बता दें कि अधिवेशन के दौरान मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए बापट ने कहा कि जो भी घोषणा उन्होंने इस अनार उत्पादक अधिवेशन में किए हैं वो साल भर के भीतर उनसे पूरे करवा लिया जाए क्योंकि अगले साल राज्य में सरकार बदलने वाली है. वहीं आगे बोलते हुए मंत्री गिरीश बापट ने कहा कि आगे क्या होने वाला है उन्हें पता है लेकिन उसकी चर्चा वे अधिवेशन में नहीं करने वाले.
गिरीश बापट ने आगे कहा के किसी की भी सरकार सत्ता में आए, कोई भी पार्टी सत्ता प्राप्त करे, किसानों को मदद करना उनका परम कर्तव्य है. और इसी लिए बीजेपी सरकार ने 34000 हजार करोड़ की कर्ज माफी जरूरतमंद किसानों के लिए की है.
पहले भी बापट ने दिए हैं गैजिम्मेदाराना बयान
आप को बता दें कि इससे पहले भी गिरीश बापट ने पुणे में वर्ष 2015 में युवा स्टूडेंट्स के लेकर बिना सोचे समझे ऐसे बयान दिए थे जिसके बाद उन्हें अपने शब्द वापस भी लेने पड़े थे. बापट ने कहा था कि युवा स्टूडेंट्स रात में क्या देखते हैं कौन सी वीडियो क्लिप देखते हैं उन्हें सब पता है. जो स्टूडेंट्स देखते हैं वो मैं भी देखता हूं, और मुझे बूढ़ा कतई न समझे.
इसी वर्ष फरवरी के महीने में पुणे के पास पिंपरी चिंचवड महानगर पालिका के चुनाव प्रचार के पहले सभी प्रत्याशियों को भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन की शपथ समारोह में जब बापट को कुछ कहने के लिए बुलाया गया था तो उन्होंने कहा था कि देवेंद्र सरकार के कार्यकाल में 65000 किसानों ने आत्महत्या की हैं. और कई जानवरों की जान भी गई है. लेकिन फिर जैसे ही उन्हें अपनी गलती समझ में आई, वे तुरन्त ही सरकार के द्वारा किए गए विकास कामों का गुण गान करना शुरू दिया था.
गिरीश बापट जैसे वरिष्ठ और मझे हुए बीजेपी के नेता का यह बयान और एेसी भविष्यवाणी सुनकर हर एक विरोधी नेता खुशी में बोल रहा होगा कि गिरीश जी, आपके मुंह में बोरी भर के शक्कर, वही मुख्यमंत्री ने जरूर कहा होगा- शुभ-शुभ बोलिए बापट जी.