
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में नौ नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. पुलिस के मुताबिक उन्होंने नक्सली जीवन से तंग आकर पुलिस के समक्ष सरेंडर किया है.
बीजापुर जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नक्सली जीवन शैली और नक्सलियों की खोखली विचारधारा से क्षुब्ध होकर जिला मुख्यालय पर गुरुवार को नौ नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया. जिनमें वाचम बीजू, सीताराम भास्कर, लालू, अशोक वाचम, वाचम रमेश, टिकेश्वर वाचम, मंगल, मुन्ना ओयामी और बोमड़ा पोया के शामिल हैं.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वाचम बीजू भैरमगढ़ एरिया कमेटी के प्लाटून नंबर 13 के सेक्शन बी का डिप्टी कमाण्डर है. वह 303 रायफल रखता था. वर्ष 2011 में नक्सली आंदोलन में शामिल होने के बाद से वह पुलिस दल पर नक्सली हमला करने समेत कई घटनाओं में शामिल रहा है. बीजू पर तीन लाख रूपए का ईनाम है.
पुलिस ने बताया कि सीताराम भास्कर मिरतूर एलओएस का सदस्य है. वह वर्ष 2014 में नक्सली संगठन में शामिल हुआ था. वह पुलिस दल पर हमला समेत कई नक्सली घटनाओं में शामिल रहा है. उस पर एक लाख रूपए का ईनाम है.
आत्मसमर्पण के बाद नक्सलियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने नक्सलियों की खोखली विचारधारा से क्षुब्ध होकर नक्सलवाद को छोड़ने का फैसला किया है. वहीं उन्होंने राज्य शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर मुख्य धारा से जुड़ने का फैसला किया है.
अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण के बाद सभी नक्सलियों को 10-10 हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि दी गई है. साथ ही इन्हें राज्य शासन की अन्य योजनाओं का लाभ दिया जाएगा.
जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ओडिशा के मलकानगिरी क्षेत्र में पिछले सप्ताह पुलिस दल ने मुठभेड़ों में 30 नक्सलियों को मार गिराया था. इसके विरोध में नक्सलियों ने आज अपने प्रभाव वाले क्षेत्रों में एक दिवसीय बंद का आह्वान किया है. राज्य के नक्सल प्रभाव वाले इलाकों में इसका मिलाजुला असर रहा.