
निर्भया के दोषी मुकेश सिंह को सोमवार को सुप्रीम कोर्ट से झटका लगा है. अदालत ने उसकी याचिका खारिज कर दी है. याचिका में मुकेश ने अपनी पहली वकील वृंदा ग्रोवर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. जस्टिस मिश्रा ने याचिका को खारिज कर दिया.
कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान वकील एमएल शर्मा ने कहा कि सभी दोषी अनपढ़ हैं. वकील वृंदा ग्रोवर ने बिना उनसे पूछे अंग्रेजी में एक हलफनामा दायर किया था. इसपर सुप्रीम कोर्ट ने कहा हर मामले में हलफनामा अंग्रेजी में होता है. हस्ताक्षर को जेल अधीक्षक द्वारा सत्यापित किया जाता है. ऐसा हर मामले में किया जाता है.
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जवाब में एमएल शर्मा ने कहा कि हलफनामे में यह नहीं कहा गया कि मुकेश को क्यूरेटिव याचिका के बारे में बताया गया था. वह नहीं जानता था कि वह किस पर दस्तखत कर रहा था. जस्टिस अरुण मिश्रा और जस्टिस शाह की बेंच ने एमएल शर्मा से कहा कि आप इस कोर्ट के वरिष्ठ अधिकारी हैं. आप कैसी बातें कर रहे हैं. आप या तो इसे वापस लें या हम इसे खारिज करेंगे. वकील एमएल शर्मा ने कहा कि हम वापस ले रहे हैं. कोर्ट ने वापस लेने के रूप में याचिका को खारिज कर दिया.
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अब ICJ की शरण में दोषी
देश में फांसी रोकने की सभी कोशिशें नाकाम होने के बाद निर्भया के दोषी अब आईसीजे यानी अंतरराष्ट्रीय कोर्ट की शरण में पहुंचे हैं. दोषियों के वकील ए पी सिंह ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय अदालत को पत्र लिखा है. पत्र में 20 मार्च को होने वाली फांसी पर रोक लगाने की मांग की गई है. साथ ही कहा गया कि निचली अदालत के सभी रिकॉर्ड अदालत अपने पास मंगाए ताकि वो अपना पक्ष अंतरराष्ट्रीय अदालत में रख सकें. पत्र नीदरलैंड के दूतावास को दिया गया है जो ICJ को भेजा गया है.