
नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने मंगलवार कहा कि भारतीय मुद्रा को अपना प्राकृतिक स्तर खोजने की छूट देनी चाहिए तथा मजबूत रुपये को बेहतर मानने का लोगों में विश्वास एक भ्रम है. रुपये के अबतक के न्यूनतम स्तर तक लुढ़कने के एक दिन बाद उन्होंने यह बात कही.
पिछले कुछ महीनों में डॉलर के मुकाबले रुपया अपनी सर्वोच्च ऊंचाई को लांघता रहा था लेकिन यह सोमवार को 70.16 रुपये के सर्वकालिक निम्नस्तर तक नीचे जाने के बाद मंगलवार को 70.10 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ. साल के आरंभ से आज की तारीख तक 9 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट के बाद रुपये का प्रदर्शन अपने उभरते बाजार की मुद्राओं के मुकाबले सबसे खराब रहा है.
शिरडी में एक कार्यक्रम के दौरान राजीव कुमार ने कहा कि मजबूत रुपये को बेहतर मानने का विचार एक भ्रम है. उन्होंने कहा, 'रुपये में मूल्य ह्रास की अनुमति दें और इसे अपना उचित मूल्य खोजने दें.' उन्होंने यह भी कहा कि हमें किसी अर्थव्यवस्था की सुदृढ़ता को उसकी मुद्रा के स्तर से नापने की प्रवृत्ति से बचना होगा.
कुमार ने कहा कि अगर रुपये की मूल्यवृद्धि होती है, तो निर्यात महंगा हो जाएगा जो अंतरराष्ट्रीय बाजार में हमारे माल को गैर-प्रतिस्पर्धी बना देगा. उन्होंने निर्यात क्षेत्र में काफी संख्या में रोजगार सृजन की क्षमता को रेखांकित करते हुए कहा कि यदि रुपया मजबूत होता है, तो यह आयात को सहायता प्रदान करता है और अमीरों को अधिक यात्रा करने के लिए प्रोत्साहन देता है.
उन्होंने कहा कि देश कई समस्याओं से भरा हुआ है जिसमें निर्यात के लिए लगने वाली लागत शामिल है, जैसे कि महंगी बिजली और महंगी पूंजी. इसलिए, दुनिया जो सबसे अच्छा तरीका अपना रही है वह यह है कि मुद्रा को अपना उचित मूल्य तलाशने दें. उन्होंने कहा, 'और यही रुपये के साथ भी हो रहा है.' यह पूछे जाने पर कि डॉलर के मुकाबले रुपये में कब सुधार आएगा, उन्होंने कहा कि जब हर युवा को अच्छा रोजगार मिलेगा तब भारतीय मुद्रा में मजबूती आएगी.
आलोचकों को जवाब देते हुए कहा, 'हमारी प्रति व्यक्ति आय अभी के 2,000 रुपये से बढ़कर 5000 रुपये तक होने के बाद रुपये में मजबूती आएगी (ऐसा तब होगा जब हमारे युवाओं को रोजगार मिलेगा).' साईं मंदिर ट्रस्ट द्वारा आयोजित शून्य बजट वाले प्राकृतिक खेती शिविर का उद्घाटन करने के लिए कुमार यहां आए हुए थे.