
एक तरह जहां अहम मंत्रालय छिन जाने के बाद केंद्रीय मंत्री उमा भारती की उदासी नजर आ रही है, वहीं दूसरी तरफ उनके विभागों की जिम्मेदारी संभालने वाले नितिन गडकरी ने उनकी तारीफ कर डैमेज कंट्रोल की कोशिश की है.
सोमवार को नितिन गडकरी ने जल संसाधन विकास मंत्रालय का अपना नया कार्यभार संभाला. इस दौरान उनके साथ पूर्व जल संसाधन मंत्री उमा भारती भी मौजूद थीं. इस दौरान उमा भारती चुप बैठीं नजर आईं.
नितिन गडकरी मीडिया से रूबरू हो रहे थे, इसी दौरान उन्होंने उमा भारती की तारीफ की. नितिन गडकरी ने कहा कि उमा भारती ने गंगा सफाई को लेकर काफी अच्छा काम किया है. गडकरी ने कहा, 'उमा भारती ने कई ऐसे काम शुरू किए हैं, जिनका नतीजा बहुत जल्द ही सामने आएगा.'
सारा भोजन बना चुकी हैं उमा
नितिन गडकरी ने आगे उमा भारती की तारीफ में कहा कि उमा भारती लगभग सारा भोजन बना चुकी हैं और अब उन्हें सिर्फ इसे सामने लाकर डाइनिंग टेबल पर परोसना है. गडकरी ने कहा कि परिवहन मंत्री के तौर पर वह इस बात को समझते हैं कि कई बार किसी बड़े प्रोजेक्ट को लेकर तैयारी करने, टेंडर निकालने और कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने में काफी समय लग जाता है. मगर, जब काम शुरू होता है तो फिर नतीजा सामने दिखने लगता है.
बता दें कि कैबिनेट बदलाव में उमा भारती से जल संसाधन की जिम्मेदारी लेकर नितिन गडकरी को सौंप दी गई है. इसी विभाग के तहत नमामि गंगे जैसा महत्वपूर्ण विभाग जुड़ा हुआ है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है. अब उमा भारती के पास सिर्फ ड्रिंकिंग वाटर और सेनिटेशन जैसे मामूली मंत्रालय ही बचे हैं.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब नितिन गडकरी से पूछा गया कि उनके उपर पहले से ही परिवहन, राजमार्ग और जलमार्ग जैसे महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी है, तो वह जल संसाधन विकास मंत्रालय का कामकाज कैसे संभाल सकेंगे?
इस सवाल के जवाब में नितिन गडकरी ने साइकिल और हवाई जहाज वाला मजेदार जवाब दिया जिसे सुनकर सब हंसने लगे. उन्होंने कहा, 'अगर साइकिल छोटी होती है और उसे चलाने में एक आदमी लगता है तो क्या इसका मतलब ये हुआ कि बहुत बड़े हवाई जहाज को उड़ाने के लिए सौ लोग चाहिए?"
बता दें कि रविवार को मोदी कैबिनेट में बड़ा फेरबदल किया गया है. जिसके तहत उमा भारती से जल संसाधन मंत्रालय की जिम्मेदारी लेकर नितिन गडकरी को दी गई. माना जा रहा है कि उमा गंगा सफाई की दिशा में कुछ बेहतर नहीं कर सकीं, जिसके चलते उनका कद घटाया गया.