
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार पर प्रदेश में स्मार्ट सिटी बनाने से पलटने का आरोप लगाया है. उन्होंने शनिवार को कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार इस मामले में बिहार विधानसभा चुनाव पूर्व लिए गए अपने निर्णय से पलट गई है.
मीडिया से बातचीत करते हुए नीतीश ने कहा कि स्मार्ट सिटी के लिए केंद्र सरकार ने बिहार सरकार से प्रस्ताव मांगा था और सरकार की ओर से बाकायदा केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित प्रारूप में प्रस्ताव भेजा गया था. नीतीश से पहले राज्य के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा था कि केंद्र की सरकार ने बिहार के साथ सौतेला व्यवहार किया है.
कहा था कुछ, किया कुछ
दूसरी ओर, नीतीश कुमार ने आगे कहा, 'केंद्र सरकार ने पहले पूरे देश के लिए स्मार्ट सिटी बनाने की बात कही थी. आज मात्र 20 शहरों को स्मार्ट सिटी बनाया जा रहा है. केंद्र सरकार ने शहरों की संख्या सीमित कर ली और बिहार के किसी शहर को उन्होंने स्मार्ट सिटी के रूप में नहीं लिया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने बिहार के शहरों में से कुछ शहरों को स्मार्ट सिटी के लिए चयन किया था. चयन करने के बाद जो उन्होंने शर्त रखी और जिस प्रकार से प्रस्ताव रखा सब कुछ भेजा गया. विधानसभा चुनाव के पूर्व ही केंद्र सरकार द्वारा निर्णय लिया जा चुका था. नीतीश ने आरोप लगाया कि सरकार अपने तैयार करवाए गए प्रस्ताव पर भी अमल नहीं कर रही है.
'यही अंधेर नगरी है'
उन्होंने आगे कहा कि स्मार्ट सिटी के लिए मात्र 20 शहरों का चयन किया गया है, जिसमें बिहार का कोई शहर नहीं है. यह उनकी मर्जी है. नीतीश ने कहा कि स्मार्ट सिटी बनाने का उनका फैसला है. इसके चयन के लिए मापदंड तय करने का उनका फैसला है और उसके बाद विभिन्न राज्यों में स्मार्ट सिटी चयन करने का भी उनका ही फैसला है. नीतीश ने कहा, 'बिहार ने केंद्र सरकार की सारी शर्तों को पूरा करते हुए प्रस्ताव भेजा था. उसके बाद भी अपने पूर्व के लिए गए निर्णय से पलटना उनका फैसला है. यही है अंधेर नगरी. नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र के कामकाज में कोई नियम या मर्यादा ही नहीं है.'