
अमेरिका से आई खास मेहमान डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप हैदराबाद के शाही फलकनुमा पैलेस में रूकी हैं. वहीं फलकनुमा पैलेस में उनके लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने खास डिनर का आयोजन किया. इस डिनर में इवांका के साथ ग्लोबल आंत्रप्रेन्योरशिप समिट में आए 100 अति विशिष्ट अतिथियों ने भी भाग लिया. हालांकि एक व्यक्ति ऐसा भी है, जो इस डिनर पर नहीं बुलाए जाने से काफी नाराज है. वह शख्स कोई और नहीं बल्कि नवाब नजफ अली खान हैं, जिनके पूर्वजों का फलकनुमा पैलेस हुआ करता था.
एक समय हैदराबाद के छठे निजाम का महल रहा ताज फलकनुमा, अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है. यही वजह है कि न सिर्फ ठहरने के लिए बल्कि इवांका के शाही डिनर के लिए भी इसी जगह का चयन किया गया. ग्लोबल आंत्रप्रेन्योरशिप समिट (जीईएस) में शानदार भाषण देने के बाद इवांका फलकनुमा पैलेस पहुंची. इवांका ने 'ताज फलकनुमा पैलेस' में विश्व के सबसे बड़े खाने की मेजों में से एक '101 डाइनिंग टेबल' पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि के साथ डिनर किया.
यही डिनर हैदराबाद के 7वें और आखिरी निजाम मीर ओसमान अली खान के पोते नवाब नजफ अली खान को अखर गया. उनका कहना था कि इस वजह से उनके शाही परिवार का अपमान हुआ है. उन्होंने कहा कि यह काफी निराशाजनक और खेद योग्य है कि 7वें निजाम के परिवार को इस जीईएस इवेंट डिनर में नहीं बुलाया गया, जबकि यह उसी स्थान पर हो रहा है, जो इस परिवार की विरासत रहा है.
निजाम ने आगे कहा कि शाही परिवार का पोता होने की वजह से मुझे इस डिनर के लिए बुलाया जाना चाहिए था. यह पैलेस न सिर्फ हमारे परिवार के इतिहास में बल्कि हैदराबाद के इतिहास में महत्वपूर्ण जगह रखता है.
नीति आयोग से किया था संपर्क
यही नहीं नवाब ने बताया कि उन्होंने इसके लिए नीति आयोग से भी संपर्क किया था. नवाब ने बताया कि नीति आयोग के पास इस इवेंट की जिम्मेदारी थी, लेकिन 10 दिन पहले से अपील करने के बाद भी उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई.
आपको बता दें कि हैदराबाद में निजाम का शासन हुआ करता था. यह शाही फलकनुमा पैलेस छठे निजाम मीर महबूब अली खान का निवासस्थान हुआ करता था. इस महल को 10 साल पहले ताज ग्रुप द्वारा फाइव स्टार होटल में बदल दिया गया था.