
पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल राहील शरीफ ने अपने देश में कथित भारतीय हस्तक्षेप के बारे में डोजियर को लेकर हालिया अमेरिका यात्रा के दौरान कोई चर्चा नहीं की है. सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल असीम सलीम बाजवा ने कहा कि यह मुद्दा उचित स्तर पर दूतावास में निपटाया गया और बैठक में यह विषय नहीं उठा.
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने पिछले माह भारत को तीन डोजियर सौंपे थे, जिनमें पहले के सरकारी बयानों के मुताबिक संघीय प्रशासनिक कबिलाई इलाके (फाटा) के बलूचिस्तान और कराची में कथित भारतीय संलिप्तता के बारे में सबूत थे. बाद में उन्हें संयुक्त राष्ट्र और अमेरिकी अधिकारियों के साथ साझा किया गया.
बैठकों में कश्मीर पर हुई चर्चा
बाजवा अमेरिका की पिछले हफ्ते यात्रा में जनरल राहील शरीफ के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे. उन्होंने कहा कि कश्मीर पर बैठकों में चर्चा हुई, क्योंकि इस पर मुख्य विवाद है जिसका समाधान क्षेत्र में शांति और स्थिरता लाने के लिए जरूरी है. जनरल राहील खुद अमेरिका गए थे क्योंकि उनके अमेरिकी समकक्ष या पेंटागन की तरफ से उन्हें कोई न्योता नहीं मिला था.
अपनी यात्रा के दौरान जनरल शरीफ ने अमेरिकी उप राष्ट्रपति जोए बाइडन, विदेश मंत्री जॉन कैरी और रक्षा मंत्री एश्टन कार्टर व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की. बाजवा ने कहा कि सेनाध्यक्षों की बैठक पाक-अमेरिका संबंधों, दोनों देशों के बीच सैन्य रिश्तों, क्षेत्रीय सुरक्षा और अफगानिस्तान की स्थिति पर केंद्रित रही.
पाकिस्तानी अखबार 'डॉन' ने बाजवा को यह कहते हुए बताया, 'बैठक से हमें पाकिस्तान के दृष्टिकोण को स्पष्ट और जोरदार ढंग से प्रस्तुत करने का मौका मिला और हमने वह किया. हम महससूस करते हैं कि उसे सराहा गया.' बैठकों में अमेरिकी अधिकारियों द्वारा परमाणु मुद्दों को उठाने के सवाल पर उन्होंने कहा, 'परमाणु मुद्दे पर पाकिस्तान का नजरिया बिल्कुल साफ है. यह बैठक एक खास खतरे की अवधारणा पर केंद्रित थी.'
-इनपुट भाषा से