
छत्तीसगढ़ में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक की राज्य सभा में जाने की जल्दबाजी ने बीजेपी को परेशानी में डाल दिया है. बीजेपी खेमे में अभी यह तय नहीं हो पाया है कि आखिर कौन राज्य सभा प्रत्याशी होगा. इसके बावजूद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक विधानसभा पहुंचे और उन्होंने अपने लिए नामांकन पत्र खरीद लिया.
यह खबर बीजेपी गलियारे में पहुंची तो मामला सुलग गया. अब राज्य सभा सदस्य बनने के लिए बीजेपी के भीतर कोहराम मचा है. पहली बार राज्य सभा सदस्य के चयन को लेकर पार्टी ने 25 नामों का पैनल पार्टी आलाकमान को भेजा है. इसके साथ ही राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को खुद प्रत्याशी चयन करने की जिम्मेदारी सौंप दी गई है. उन्हें ही अब अंतिम फैसला लेना है.
राज्य में विधानसभा चुनाव करीब होने के चलते मुख्यमंत्री रमन सिंह नहीं चाहते कि राज्य सभा की उम्मीदवारी को लेकर कोई नेता नाराज हो. ऐसे में प्रत्याशी चयन का फैसला पार्टी आलाकमान पर छोड़ दिया गया है. ऐसे में बिना प्रत्याशी तय हुए धरमलाल कौशिक का राज्य सभा सदस्य बनने के लिए नामांकन फॉर्म खरीद लाना, बीजेपी के गले की फांस बन गया है. यह नामांकन फॉर्म भले ही दस रुपये का हो, लेकिन इसकी भारी कीमत पार्टी को चुकानी पड़ रही है. दरअसल धरमलाल कौशिक ने नामांकन फॉर्म क्या ख़रीदा वो पार्टी के कई नेताओं की आंखों की किरकिरी बन गए और कांग्रेस ने भी बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
जल्दबाजी में हैं धरमलाल कौशिक: कांग्रेस
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने इस मामले में कहा कि जमानत जब्त होने के भय से धरमलाल कौशिक राज्य सभा में जाने की जल्दबाजी में हैं. अपने ट्विटर अकाउंट पर बीजेपी पर तंज कसते हुए भूपेश बघेल ने लिखा है कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को अंदाजा हो चुका है कि अब परिवर्तन की लहर चल रही है. उन्हें भय है कि उनकी विधानसभा सीट बिल्हा से उनकी दोबारा हार ही नहीं बल्कि जमानत जब्त हो सकती है. इसलिए सत्ताधारी दल का सेनापति मैदान छोड़कर भागने की तैयारी में है.
पार्टी के भीतर भी निशाने पर आ गए धरमलाल कौशिक
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक 24 राज्य सभा के उन संभावित उम्मीदवारों के निशाने पर आ गए हैं, जिनका कि नाम पैनल में शामिल कर पार्टी आलाकमान को भेजा गया है. इसमें प्रमुख रूप से पार्टी की राष्ट्रीय महामंत्री सरोज पांडेय, पूर्व सांसद निर्मल सिन्हा, पूर्व सांसद गुहा राम अजगले और निर्वतमान राज्य सभा सदस्य डॉ भूषणलाल जांगड़े के अलावा खुद धरमलाल कौशिक भी शामिल हैं. राज्यसभा की यह सीट डॉ भूषणलाल जांगड़े के कार्यकाल के खत्म होने से खाली हो रही है. जांगड़े ने भी दोबारा राज्य सभा जाने की इच्छा जाहिर कर पार्टी को परेशानी में डाल दिया है. पैनल में कई धर्म गुरुओं के नाम भी शामिल हैं.
वहीं मामला बढ़ने पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने विधानसभा पहुंचे. इस बार वे अपने नामांकन फॉर्म को वापस करने के लिए पहुंचे थे, लेकिन विधानसभा के अफसरों ने उन्हें बैरंग लौटा दिया. उन्हें कायदे कानून समझाए गए कि एक बार फॉर्म की बिक्री होने के बाद उसकी वापसी नहीं होती.