
अगर आपका पड़ोसी अच्छा हो तो समझ लीजिए कि आपकी दुनिया अच्छी है. अब ज़रा अंदाज़ा लगाइए कि जिसके पड़ोस में कोई तानाशाह रहता हो उस पड़ोसी की क्या हालत होगी? ज़ाहिर है इसके परिचय की कोई जरूरत नहीं. क्योंकि अपनी सनक की वजह से ये पूरी दुनिया में पहले से ही कुख्य़ात है. हम बात कर रहे हैं नोर्थ कोरिया के तानाशक शासक किम जोंग उन की.
सनकी तानाशाह का सच
सोचिए उस साउथ कोरिया के बारे में है जिसके पड़ोस में ये सनकी तानाशाह रहता है. आखिर साउथ कोरिया के लोग इस तानाशाह के बारे में क्या सोचते हैं. उसकी सनक और धमकी का इनपर क्या असर होता है? उनके ब़ॉर्ड़र पर कैसी हलचल रहती है. वारदात में आपको इन सारे सवालों के जवाब मिलेंगे.
दुनिया का सबसे क्रूर तानाशाह
मौजूदा वक्त में किम जोंग उन को ही दुनिया का सबसे क्रूर तानाशाह कहा जाता है. महज 33 साल की उम्र में इसकी क्रूरता की ऐसी ऐसी कहानियां दुनिया के सामने आईं हैं जिन्हें सुनकर किसी का भी दिल दहल जाए. इसके पिता किम जोंग इल की मौत के बाद 13 अप्रैल 2012 को इसने गद्दी संभाली और आते ही अपने इरादे जता दिए. जो इसे पसंद नहीं आता उसे ये ऐसी भयानक मौत देता, जिसे सोच कर कोई भी कांप उठेगा.
ज़रा-ज़रा सी बात पर मौत की सजा
इस तानाशाह की क्रूरता तब सारी दुनिया ने देखी जब इसने अपने ही रक्षा मंत्री को सिर्फ इसलिए तोप से उड़ा दिया कि वो एक मीटिंग के दौरान सो गए थे. इसने अपने ही फूफा को नंगा कर सौ भूखे कुत्तों के आगे इसलिए फिंकवा दिया था. क्योंकि वो इसकी कुर्सी के लिए खतरा बन गया था. कहते हैं कि इसके मुल्क में अगर कोई विदेशी टीवी चैनल, विदेशी फिल्में या विदेशी गाना सुने तो उसे य़े फांसी पर चढ़ा देता है और उसके घर को आग के हवाले कर देता है.
नर्क बन गया है नार्थ कोरिया
नॉर्थ कोरिया में लोगों की ज़िंदगी किसी नर्क से कम नहीं है. न तो नार्थ कोरिया में बोलने की आज़ादी है और न ही ज़िंदगी को बेहतर बनाने का मौका. यही वजह है कि कोरिया के उत्तर से हमेशा क्रूरता की ही कहानियां सामने आती हैं, जबकि साउथ कोरिया न सिर्फ तरक्की के पायदान पर है, बल्कि यहां लोगों को हर तरह की आज़ादी हासिल है.
सेना प्रमुख को दी थी खौफनाक मौत
उत्तर कोरिया के सेना प्रमुख ह्योन योंग जोल ने सेना की एक मीटिंग में हलकी सी झपकी ले ली थी. बस उनकी इसी खता के लिए 66 साल के ह्यान को सैकड़ों लोगों की मौजदूगी में 30 अप्रैल को एक सैन्य प्रशिक्षण रेंज में विमानभेदी तोप से उड़ा दिया गया. ह्यान को मौत की सजा उनकी गिरफ्तारी के तीन दिन बाद दी गई. ऊपर से कमाल देखिए कि तोप से शरीर के चीथड़े उड़ा देने के बाद किम ने उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान से कराया.
कम नहीं होती किम जोंग की सनक
वैसे उत्तर कोरिया के तनाशाह किम जोंग की हैवानियत का ये पहला मामला नहीं है. किम जोंग पर अपने ही फूफा और बुआ समेत कई बड़े नेताओं और अफसरों को जहर देकर या फिर तोप से उड़ा कर कत्ल करने का इलजाम है. परमाणु हथियारों के लिए पागलपन और किम जोंग की अजीबोगरीब हरकतों की वजह से नार्थ कोरिया दुनिया से अलग थलग पड़ गया है. न तो नार्थ कोरिया की अर्थव्यवस्था पटरी पर है और न ही यहां के लोगों की ज़िंदगी. लेकिन इसके बावजूद न तो किम जोंग की सनक कम हुई है और न ही हथियारों के लिए उसकी भूख. वो अपने हथियारों के बूते डरा धमका दुनिया के दूसरे देशों से अब सौदेबाज़ी करने में जुटा है.