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लगातार मिसाइल टेस्ट करने के कारण चर्चा में चल रहे उत्तर कोरिया ने एक और टेस्ट किया है. रविवार को वहां की सरकारी मीडिया ने जानकारी दी कि उत्तर कोरिया में उच्च क्षमता वाले एक नए रॉकेट इंजन का परीक्षण किया. कोरियाई न्यूज एजेंसी (KCNA) के मुताबिक, ये इंजन उत्तर कोरिया को विश्वस्तरीय सेटेलाइट लॉन्च क्षमता पाने में मदद करेगा. इस रॉकेट इंजन को आसानी से मिसाइलों में प्रयोग किया जा सकेगा. नॉर्थ कोरिया के शासक किम जोंग उन ने कहा कि ये एक नई शुरुआत है.
कहां हुआ परीक्षण?
KCNA के मुताबिक, रॉकेट इंजन का परीक्षण सोहा सैटेलाइट लॉन्चिंग ग्राउंड पर किया गया. बता दें कि यहां उत्तर कोरिया लंबी दूरी वाले रॉकेट की टेस्टिंग भी कर चुका है.
किम जोंग उन का दावा है कि उत्तर कोरिया एक इंटर-कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल के टेस्ट-लॉन्च के करीब है.
अमेरिका और चीन को चुनौती
आए दिन नॉर्थ कोरिया की ओर से मिसाइल, रॉकेट की टेस्टिंग से अमेरिका-चीन और जापान परेशान हैं. इस बीच, अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन जापान और दक्षिण कोरिया की यात्रा करने के बाद शनिवार को बीजिंग पहुंचे. नॉर्थ कोरिया को रोकने के लिए अमेरिका और चीन ने साथ आने के लिए हामी भरी है. अमेरिका के खिलाफ उसके हथियार कार्यक्रम को रोक सकें ऐसी लगातार कोशिश हो रही है.
नॉर्थ कोरिया अमेरिका के लिए कैसे खतरा?
नॉर्थ कोरिया अमेरिका को लगातार चुनौती देता रहा है. ओबामा के बाद ट्रंप प्रशासन में भी किम जोंग उन ने हथियारों के विस्तार कार्यक्रम को बंद नहीं किया है. पिछले साल जनवरी में नॉर्थ कोरिया ने हाइड्रोजन बम का टेस्ट किया था. ट्रंप की चेतावनी के बाद भी नॉर्थ कोरिया हथियारों के विस्तार कार्यक्रम से पीछे नहीं हट रहा है. साउथ कोरिया, अमेरिका और जापान जैसे देश इसे लेकर कई बार यूएन में शिकायत कर चुके हैं. इस साल उत्तर कोरिया ने पांच परमाणु और एक मिसाइल सीरीज के परीक्षण की शुरूआत की.