
नॉर्थ एमसीडी ने ऐतिहासिक इमारत और एमसीडी के पुराने मुख्यालय टाउन हॉल के नवीनीकरण की योजना बनाई है. एमसीडी इसके लिए निजी क्षेत्र से भी मदद लेगी.
उत्तरी दिल्ली की महापौर प्रीति अग्रवाल और कमिश्नर पीके गुप्ता के मुताबिक, टाउन हॉल को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जाने की योजना को मंज़ूरी दे दी गई है. मेयर प्रीति अग्रवाल के मुताबिक, टाउन हॉल की इमारत को दिल्ली की संस्कृति, इतिहास, खानपान और जीवनशैली के साथ साथ विरासत को दिखाते के लिए विकसित किया जाएगा. टाउन हॉल को विकसित किए जाने के साथ ही इसमें म्यूजियम, रेस्टॉरेंट, लाइट और साउंड शो पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र होंगे.
वहीं पीके गुप्ता ने बताया कि कुछ साल पहले भी पर्यटन मंत्रालय के साथ मिलकर ये योजना बनाई गई थी, लेकिन किन्हीं कारणों से योजना परवान नहीं चढ़ सकी और इसलिए अब निजी भागीदारी से इस प्रोजेक्ट को पूरा किया जाएगा. गुप्ता के मुताबिक, अगले 9 महीने के अंगर इस योजना पर काम शुरू हो जाएगा और अगले 2 सालों में इसे पूरा किए जाने का लक्ष्य रखा जाएगा.
ऐसा होगा नया टाउन हॉल
एमसीडी के मुताबिक, टाउन हॉल के नवीनीकरण में इमारत की दोनों मंज़िलों का इस्तेमाल किया जाएगा. ग्राउंड फ्लोर पर म्यूज़ियम, लेक्चर रूम, बुटीक शॉप, लाइब्रेरी के साथ-साथ पुराने ज़माने के आभुषणों को प्रदर्शित किया जाएगा. वहीं पहले फ्लोर पर भी एक म्यूजियम बनाया जाएगा. इसके साथ ही इसी फ्लोर पर 4 रेस्टॉरेंट बनाए जाएंगे, जिनमें पुरानी दिल्ली के ज़ायकों के साथ ही मुगलकालीन व्यंजनों का भी लुत्फ लिया जा सकेगा. यहां बने गांधी मैदान को ओपन एयर थियेटर के तौर पर विकसित किया जाएगा, तो वहीं म्युज़िकल फाउंटेन भी लगाए जाएंगे. इसके साथ ही यहां एक क्राफ्ट बाज़ार भी बनाया जाएगा, ताकि लोग मुगलकालीन स्थापत्य कला को देख सकेंगे और पसंद आने पर खरीद भी सकेंगे.
टिकट लेकर जा सकेंगे अंदर
एमसीडी के मुताबिक, टाउन हॉल में जाने के लिए लोगों को टिकट लेना होगा, जिससे एमसीडी को आय होगी. फिलहाल टउन हॉल की इमारत जर्जर हो चुकी है और कई जगहों पर चुहों ने भी उनके बिल बना लिए हैं.