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उत्तर प्रदेश की पुलिस को अपना इमेज बदलने की जरूरत है. उनके सामने ऐसा बन कर दिखाने की चुनौती है कि आम लोग पुलिस को अपना दोस्त और मददगार मानें. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को लखनऊ में कानून व्यवस्था और अपराध नियंत्रण को लेकर प्रदेशभर के पुलिस अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक के दौरान ये बातें कही.
चुनाव से पहले लॉ एंड ऑर्डर हो मुस्तैद
बैठक में मुख्य सचिव, आईजी लॉ इन आर्डर, सभी आईजी जोन के अलावा सभी जिलों के एसएसपी और डीएम बुलाए गए थे. बैठक ऐसे समय पर बुलाई गई है जब उत्तर प्रदेश में बिगड़ती
कानून व्यवस्था को लेकर समाजवादी पार्टी सरकार पर लगातार हमले हो रहे हैं. सीएम अखिलेश को लग रहा है कि आने वाले चुनाव में विकास के उनके तमाम कामों पर कानून व्यवस्था को
लेकर हो रही बदनामी कहीं पानी न फेर दे.
महिला अपराधों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस
इसीलिए बैठक में अखिलेश यादव ने पुलिस अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए और कहा कि अपराध को लेकर, और खास तौर पर महिलाओं के खिलाफ अपराध को लेकर यूपी में अब जीरो
टॉलरेंस होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर किसी इलाके में सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ता है या ऐसी कोई घटना होती है जो सरकार के लिए परेशानी का सबब बने तो इसकी जिम्मेदारी वहां के
एसएसपी और डीएम की होगी.
शिकायतों पर हो फौरन कार्रवाई
एफआईआर दर्ज नहीं करने की शिकायतों के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि अब ऐसी शिकायतें बिलकुल नहीं मिलनी चाहिए कि एफआईआर दर्ज करने में हीला-हवाली हो रही है. अगर कहीं घटना
हो तो अधिकारियों को तत्काल वहां पर जाना चाहिए ताकि स्थिति का जायजा ले सकें और उचित कार्रवाई कर सकें. अखिलेश ने कहा कि बुलंदशहर और बलिया में सरकार ने शिकायतें मिलने
पर पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई की. अगर आगे शिकायत मिलेगी तो कार्रवाई करने में सरकार हिचकेगी नहीं.
एफआईआर दर्ज नहीं करने पर कड़ी कार्रवाई
अखिलेश यादव ने अधिकारियों से कहा कि कानून व्यवस्था की हालत ऐसी होनी चाहिए कि इसको लेकर लोगों की सोच बदले. उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था सिर्फ ठीक होना ही काफी नहीं
है, आम लोगों को यह लगना भी चाहिए कि सब कुछ ठीक है. उन्होंने कहा कि डायल 100 की सेवा पूरी तरह से लागू होने के बाद पुलिस हाईटेक हो जाएगी. अब एफआईआर दर्ज नहीं करने या
मौके पर मदद नहीं मिलने की शिकायतों पर काफी हद तक अंकुश लगेगा.
सांप्रदायिक तनाव पर हर हाल में लगाम
कानून व्यवस्था को लेकर हुई बैठक में इस बात पर विस्तार से चर्चा हुई की आने वाले त्योहारों के सीजन में पुलिस को खास तौर पर सतर्क रहने की जरूरत है. इसके अलावा चुनाव की सरगर्मी
बढ़ने के साथ राजनीतिक गतिविधियां बढ़ रही हैं और तमाम पार्टियों के नेताओं की यात्राएं भी शुरू हो गई हैं. पुलिस को इस बात का खास ध्यान रखने के निर्देश दिए गए हैं कि त्योहारों के
दौरान अगर कहीं सांप्रदायिक माहौल गड़बड़ करने की कोशिश की जाती है तो तत्काल कार्रवाई की जाए.