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आखिरी दिन रैली, प्रचार और सामाजिक अधिकार’ के नाम रहा NSUI का दिन

एनएसयूआई के अध्यक्ष पद उम्मीदवार निखिल यादव ने कहा कि एनएसयूआई डूसू में लगातार 17 साल तक भी जीता है लेकिन एनएसयूआई ने कभी भी अंहकार और तानाशाही रवैये से काम नहीं किया है.

गुरुवार को था चुनाव प्रचार का आखिरी दिन गुरुवार को था चुनाव प्रचार का आखिरी दिन
प्रियंका झा
  • नई दिल्ली,
  • 08 सितंबर 2016,
  • अपडेटेड 11:17 PM IST

एनएसयूआई उम्मीदवार के समर्थकों ने गुरुवार को नॉर्थ कैंपस में सैकड़ों की तादात में विद्यार्थियों ने रैली निकाल कर एनएसयूआई ने रैली निकाली गई. इस रैली में एनएसयूआई राष्ट्रीय अध्यक्ष अमृता धवन, पूर्व डूसू अध्यक्ष रोहित चौधरी, रागिनी नायक, अरुण हुड्डा, अजय चिकारा, डूसू उपाध्यक्ष तरुण कुमार, पूर्व डूसू सचिव अक्षय कुमार आदि अनेक डूसू पूर्व पदाधिकारी के समर्थन में दिल्ली के छात्र एनएसयूआई के समर्थन में आए.

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इस अवसर पर एनएसयूआई के अध्यक्ष पद उम्मीदवार निखिल यादव ने कहा कि एनएसयूआई डूसू में लगातार 17 साल तक भी जीता है लेकिन एनएसयूआई ने कभी भी अंहकार और तानाशाही रवैये से काम नहीं किया है. हमने छात्रों के मुद्दों के समाधान और डीयू के सम्मान में ही कार्य किया है. इसलिए हमें उम्मीद है कि डूसू के बेहतर दिनों को याद करते हुए दिल्ली के छात्र हमें जरूर मौका देंगे.

एनएसयूआई राष्ट्रीय अध्यक्ष अमृता धवन ने कहा कि हम पूरी तरीके से आश्वस्त है कि हमारी चुनावी रणनीति, अच्छे उम्मीदवार और विपक्षी संगठन की नाकामयाबियों को देखते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र एक बार पुन: दिल्ली विश्वविद्यालय मे एनएसयूआई को मौका देंगे. पूर्व डूसू अध्यक्ष रोहित चौधरी ने कहा कि एनएसयूआई जब जब डूसू पर काबिज हुई तब डीयू रैंकिंग में सुधार हुआ. शिक्षकों को सम्मान हुआ और छात्र संघ पदाधिकारीयों के प्रति छात्रों का विश्वास बढ़ा है लेकिन अब जिस तरीके से डीयू की रैंकिग गिर रही है, यह दुखदायी है. इससे मुक्ति के लिए विद्यार्थी एनएसयूआई को जरुर मौका देंगे.

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गुरुवार को चुनाव प्रचार के अंतिम दिन एनएसयूआई के डूसू उम्मीदवार ने नेत्रहीन छात्रों से मिलकर नेत्रदान का संकल्प लिया. इस दौरान कांग्रेस नेता तथा राज्यसभा सासंद ऑस्कर फर्नांडीज ने कहा कि एनएसयूआई पैनल, राष्ट्रीय पदाधिकारीयों तथा एनएसयूआई के अन्य सदस्यों द्वारा नेत्रदान का संकल्प पत्र उठाना एक बेहतर कदम है. फर्नांडीज ने कहा सामाजिक जीवन में हिस्सेदार लेने वाले देश के सभी युवाओं को इस प्रकार के संकल्प-पत्र को भरकर एनएसयूआई के जीवन रक्षा अभियान का समर्थन करना चाहिए. श्री फर्नाडीज ने कहा मेरा प्रयास है कि प्राइबेट मेंबर बिल के माध्यम से ‘मृत्यू उपरान्त नेत्र-दान’ को राष्ट्रीय कार्यक्रम घोषित करने का प्रयास करुंगा ताकि देश के लाखों नेत्रहीन नागरिकों के जीवन रोशनी की अलख जग सके.

इस दौरान AICC एनएसयूआई प्रभारी गिरीश चन्द्रोकर ने कहा एनएसयूआई द्वारा पिछले एक वर्ष से जीवन रक्षा अभियान कार्यक्रम चलाया जा रहा है. इस कार्यक्रम के अंतर्गत ‘ब्लड डोनर डायरेक्टरी’ तथा नेत्रदान संकल्प के लिए ‘रोशनी’ कार्यक्रम चलाया जा रहा है. इसके साथ ही एनएसयूआई सक्रिय सदस्यता फोर्म में भी हम रक्तदान, नेत्रदान, अंगदान का विकल्प देते है. मैं उम्मीद करता हूं कि आप एनएसयूआई के छात्र हितैषी कार्यों को समर्थन देंगे.

एनएसयूआई डूसू सेक्रेटरी उम्मीदवार विनिता ढाका ने कहा कि डूसू के माध्यम से हमारा प्रयास रहेगा कि मैं भी नेत्रदान का संकल्प लेती हूं. इसके साथ ही डूसू के जरीए बेहतर ‘समान अवसर संस्था’ (Equal Opportunity cell) का निर्माण करेंगे. इस संस्थान के माध्यम से नेत्रहीन, विकलांग विद्यार्थियों की समस्याओं का बेहतर समाधान किया जा सके.

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