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गीर अभयारण्य और इसके आसपास के क्षेत्रों में एशियाई शेरों की संख्या बढ़कर 523 हो गई है. शेरों की नए गणना रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2010 के मुकाबले शेरों की संख्या में 27 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.
गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने कहा, 'शेरों की गणना से खुलासा हुआ है कि इनकी संख्या 411 से बढ़कर 523 हो गई है.' उन्होंने कहा कि वर्ष 2010 की गणना में एशियाई शेरों की संख्या 411 पाई गई थी. उनकी संख्या में 27 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इस साल की गणना के अनुसार शेरों की संख्या 109, शेरनियों की संख्या 201 और अल्प वयस्क शेरों तथा शावकों की संख्या 213 है, जबकि 2010 में शेरों की संख्या 97, शेरनियों की संख्या 162 और शावकों की संख्या 152 थी.
गीर अभयारण्य के अधीक्षक संदीप कुमार ने कहा कि शेरों का आवास क्षेत्र 22 हजार वर्ग किलोमीटर तक विस्तारित हो गया है, जो पांच साल में लगभग दोगुना हो चुका है. गणना के अनुसार 268 शेर जूनागढ़ में देखे गए, 44 शेर गिर-सोमनाथ जिले में पाए गए, जबकि अमरेली में 174 और भावनगर में 37 शेर दिखे.
कुमार ने कहा, 'शेरों का संरक्षण सफलता की एक शानदार कहानी है. अफ्रीका में दो लाख से ज्यादा शेर थे जिनकी संख्या घटकर 30 हजार रह गई है. हालांकि, गिर में शेरों की संख्या में हर गणना में वृद्धि दिखाई देती है.' ताजा गणना एक मई से पांच मई के बीच की गई.