
एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने ट्रेन में सफर के दौरान डिहाइड्रेशन का शिकार हुई अपनी बेटी के इलाज के लिए रेल मंत्री सुरेश प्रभु को ट्वीट किया. प्रभु ने फौरन अफसरों को इंजीनियर की मदद करने का आदेश दिया. जिसके बाद आसनसोल स्टेशन पर बीमार बच्ची को मेडिकल हेल्प मिल गई. अब बच्ची की हालत बेहतर है.
ट्रेन में बीमार पड़ गई थी बच्ची
दरअसल शंकर पंडित नाम के इंजीनियर बुधवार को भागलपुर-बेंगलुरु अंग एक्सप्रेस से पत्नी और दो साल की बेटी के साथ बेंगलुरु जा रहे थे. यात्रा शुरू होने के कुछ ही देर बाद शंकर की बेटी बीमार हो गई. बच्ची को लगातार लूज मोशन होने लगे जिसके चलते वह डिहाइड्रेशन का शिकार हो गई. कम्पार्टमेंट में कई लोगों ने बच्ची की मदद की कोशिश तो की लेकिन बात नहीं बनी बच्ची की हालत बिगड़ती गई. बच्ची की हालत देख परेशान पंडित ने बच्ची की मदद के लिए आखिरी प्रयास के रूप में रेल मंत्री सुरेश प्रभु को ट्वीट करने का मन बनाया.
बच्ची के पिता ने किया ट्वीट
पंडित के मुताबिक, उनके पास काफी लगेज था. इसके अलावा, वह किसी अनजान स्टेशन पर उतरने का रिस्क भी नहीं ले सकते थे. सो उन्होंने रेलमंत्री को ट्वीट कर अपनी प्रॉब्लम बताई और फौरन मदद की अपील की. ट्वीट करने के कुछ ही देर बाद उनके पास रेलमंत्री के दफ्तर से फोन आया और उनकी लोकेशन पूछी गई. इस फोन के बाद शंकर को कई अफसरों के फोन आने लगे. पंडित के मुताबिक, बुधवार रात 8.50 बजे ट्रेन जैसे ही आसनसोल स्टेशन पर रुकी, उनके डब्बे के कोच के सामने मेडिकल टीम मौजूद थी.
बच्ची को एम्बुलेंस से डिविजनल रेलवे हॉस्पिटल लाया गया. उसका ट्रीटमेंट शुरू हुआ. हॉस्पिटल सूत्रों के मुताबिक, जब बच्ची को हॉस्पिटल लाया गया, तब उसकी हालत काफी सीरियस थी. बच्ची लगभग बेहोश थी. अगर और देर होती तो बच्ची के लिए खतरनाक बात हो सकती थी. रेलवे की तारीफ करते हुए पंडित ने बताया कि बच्ची अब खतरे से बाहर है.