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अमरनाथ यात्रा के लिए आए भक्तों की सुरक्षा के लिए CRPF का 'ऑपरेशन डल'

आज तक ने डल लेक के उन तमाम इलाकों में जाकर सुरक्षा का जायजा लिया जिससे साफ पता चलता है कि CRPF नहीं पूरे इलाके में किस तरीके से सुरक्षा के खास इंतजाम कर रखे हैं. खुफिया सूत्र ये जानकारी दे रहे हैं कि आतंकी पानी के रास्ते या फिर शिकारा में चुपचाप छिपकर सैलानियों को और अमरनाथ यात्रियों को निशाना बना सकते हैं.

डल लेक (फाइल फोटो) डल लेक (फाइल फोटो)
अजीत तिवारी/जितेंद्र बहादुर सिंह
  • श्रीनगर,
  • 27 जून 2018,
  • अपडेटेड 5:40 AM IST

अमरनाथ यात्रा के बाद डल लेक घूमने आने वालों के लिए भी CRPF की खास तैयारी की है. CRPF ने इसके लिए 'ऑपरेशन डल' शुरू किया है यानी डल लेक में खास तरीके से पेट्रोलिंग कर अमरनाथ यात्रा के बाद घूमने आए सैलानियों को यह विश्वास दिलाने की कोशिश की जा रही है, कि आतंक का साया या फिर आतंक का खतरा उनके ऊपर नहीं है.

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आज तक ने डल लेक के उन तमाम इलाकों में जाकर सुरक्षा का जायजा लिया जिससे साफ पता चलता है कि CRPF नहीं पूरे इलाके में किस तरीके से सुरक्षा के खास इंतजाम कर रखे हैं. खुफिया सूत्र ये जानकारी दे रहे हैं कि आतंकी पानी के रास्ते या फिर शिकारा में चुपचाप छिपकर सैलानियों को और अमरनाथ यात्रियों को निशाना बना सकते हैं.

पहले इस इलाके में 4 नावों की तैनाती होती थी लेकिन अब 7 नाव हो गई हैं और 24 घंटे इसकी तैनाती रहती है इसके साथ ही इन नावों के साथ क्विक रिएक्शन टीम की भी मौजूद होती है. ऐसा पहली बार हुआ है जब अमरनाथ यात्रा के दौरान आतंकी खतरे को देखते हुए डल लेक में ऐसी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. इस साल की अमरनाथ यात्रा पिछले साल की अमरनाथ यात्रा से सुरक्षा के लिहाज से काफी अलग होगी.

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कैसी है तैयारी...

1. अमरनाथ यात्रा पर खतरे को देखते हुए खुफिया एजेंसियों ने इस बार तकनीक के आधार पर पूरे यात्रा के रूट को सुरक्षित करने का प्लान तैयार किया है. अमरनाथ यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा एजेंसियों ने अहम फैसला लिया है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल 17 फीसदी ज्यादा सुरक्षा बलों की तादात बढ़ाई गई है. पिछले साल सुरक्षाबलों की 204 कंपनियां थीं उन्हें 2018 में बढ़ाकर 238 कंपनी कर दिया गया है.

2. इस साल एसपी स्तर के अधिकारियों द्वारा अर्धसैनिक बलों के कंपनियों की अगुवाई की जाएगी.

3. लोगों की मदद के लिए 1364 हेल्पलाइन नंबर जारी की गई है.

4. आरएफ आईडी कार्ड वाहनों में लगा होगा जिससे वाहनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी.

5. अमरनाथ यात्रा के संवेदनशील जगहों पर ड्रोन कैमरों से नजर रखी जाएगी.

6. मौसम की जानकारी के लिए डॉप्लर राडार से ली गई जानकारी हर 3 घंटे में सभी यात्रियों को रेगुलर बेसिस पर दी जाएगी.

7. टेलीफोन कनेक्टिविटी के लिए आर्मी ने ऑप्टिकल फाइबर केबल के जरिये बीएसएनएल की लाइन अमरनाथ गुफा तक बिछाई है "प्रोजेक्ट क्रांति" के तहत यात्रियों को कनेक्टिविटी दी जाएगी.

8. प्राइवेट व्हीकल पर आतंकी खतरे से निपटने और उस पर नजर रखने के लिए उसको अलग से कार्ड दिया जाएगा.

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9. यात्रा की टीमों को जवाहर टनल से 1.30 बजे के बाद नहीं जाने दिया जाएगा.

10.NDRF की 4 टीमों से 200 जवान तैनात किये है. जिन्होंने 21 जून से 25 जून के बीच में प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए मॉक ड्रिल भी किया है. इनके पास आपदा से निपटने के आधुनिक साजो सामान मौजूद है.

11. NSG कमांडो को स्टैंडबाई पोजीशन में रखा जा रहा है हॉस्टेज की स्थिति में NSG के कमांडो ऑपरेशन करेंगे.

12. अमरनाथ यात्रा का रास्ता पहले से तय होगा कोई डायवर्जन नहीं किया जाएगा. ROP के टाइम में ही यात्री कश्मीर में दूसरी जगह जा सकते है. उसके बाद नहीं जा पाएंगे.

13. बालटाल, चंदनवाड़ी और नूनवन में फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियों को तैनात किया गया है.

14. जम्मू कश्मीर पुलिस की माउंटेन रेस्क्यू टीम 10 जगहों पर तैनात की गई है.

15. पांच मुख्य जगहों पर LED वेदर डिस्प्ले बोर्ड लगाया गया है. जिससे यात्री हर समय मौसम के बारे में जानकारी लेते रहें.

16. मेडिकल कैम्प और एम्बुलेंस की खास सुविधा इस बार दी गई है कुछ जगहों पर क्रिटिकल केअर इक्विपमेंट लगाई गई हैं।

17. अमरनाथ यात्रा पूरा करने के बाद कई यात्री डल लेक घूमने के लिए आते हैं इसके लिए CRPF का वाटर विंग लेक की सुरक्षा में तैनात हैं.

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