
पाकिस्तानी सेना ने मंगलवार को सीज़फायर का उल्लंघन किया. पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी की वजह से बच्चे स्कूलों में ही फंसे रह गए. हैरानी की बात है कि पाकिस्तान ने इस हरकत से पहले खुद ही भारतीय सेना से संयम बरतने की अपील की थी. पाकिस्तान ने अपील करते हुए कहा था कि वो राजनयिकों और पत्रकारों को पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में नियंत्रण रेखा के पास के इलाकों में ले जाने की योजना बना रहा है.
राजनयिकों और पत्रकारों के एक ग्रुप ने अग्रिम इलाकों का दौरा किया, वहीं पाकिस्तानी सेना ने मंगलवार को एलओसी पर सीजफायर का उल्लंघन किया. उस पार से पुंछ के मेंढर सेक्टर में फायरिंग और मोर्टार गोले दागे गए.
भारतीय सेना के सूत्रों ने बताया , ‘संवाद के स्थापित चैनल के जरिए उन्होंने हमें सीजफायर का उल्लंघन ना किए जाने की ज़रूरत बताई क्योंकि राजनयिक समुदाय और पत्रकारों को एलओसी के पास दौरा करना था.’
भारतीय सेना ने इस आग्रह का सम्मान किया लेकिन खुद पाकिस्तानी सेना ने सीज़फायर का उल्लंघन किया. बता दें कि पाकिस्तान ने शनिवार को तंगधार सेक्टर में नागरिकों को निशाना बनाते हुए भारी गोलाबारी की थी. भारतीय सेना ने भी उसका माकूल जवाब दिया. दोनों तरफ से गोलाबारी 10 घंटे तक जारी रही. भारतीय सेना ने चार आतंकी ठिकानों को नष्ट किया. इस कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना की कुछ चौकियों को भी नुकसान पहुंचा.
पाकिस्तान को उस वक्त शर्मसार होना पड़ा जब पीओके के मुजफ्फराबाद में पाकिस्तान सरकार के खिलाफ लोगों ने आज़ादी के लिए प्रदर्शन किया. उनका पाक सुरक्षाकर्मियों से टकराव भी हुआ. ये उस दिन हुआ, जिस दिन पाकिस्तानी सेना राजनयिकों और पत्रकारो को एलओसी के पास के इलाकों में ले गया.