
पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कश्मीर में मानवाधिकारों को लेकर खूब चिंता जताता है जबकि वह अपने क्षेत्र के आजाद कश्मीर के लोगों के बारे में बात नहीं करता है. पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आजादी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ स्थानीय पुलिस ने बर्बरता दिखाई और लाठीचार्ज के साथ-साथ वहां पर काफी तोड़फोड़ भी की जिसमें 2 लोग मारे गए.
पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) जिसे आजाद कश्मीर कहा जाता है, की राजधानी मुजफ्फराबाद में शांतिपूर्वक तरीके से ऑल इंडिपेंडेंस पार्टीज अलायंस (AIPA) की अगुवाई में कई दलों के लोग मंगलवार को प्रो-फ्रीडम रैली कर रहे थे, लेकिन पाकिस्तान राज्य पुलिस ने उनके साथ बर्बरता दिखाई और लाठीचार्ज कर दिया जिससे यहां हिंसक झड़प हो गई.
क्यों कर रहे थे प्रदर्शन?
1947 में 22 अक्टूबर को पाकिस्तानी सेना ने जबरन इस क्षेत्र को अपने कब्जे में ले लिया था और तब से 22 अक्टूबर को यहां पर 'काला दिवस' मनाया जाता है. इस दिन को पीओके और गिलगित बाल्टिस्तान के लोग काला दिवस के रूप में मनाते हैं क्योंकि वे पाकिस्तान से अपना क्षेत्र छोड़ने की मांग करते हैं.
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से ऐसा करने को मना किया, लेकिन जब वे नहीं माने तो पुलिस ने उन पर लाठी चार्ज शुरू कर दिया. आंसू गैस भी छोड़ा.घायलों में पुलिसवाले भी शामिल
झड़प के दौरान प्रदर्शनकारियों पर जमकर लाठीचार्ज की गई और कई वाहनों को नुकसान भी पहुंचाया गया. प्रदर्शनकारी और पुलिस दोनों ही तरफ के लोग घायल हो गए. इस झड़प में 2 प्रदर्शनकारी की मौत भी हो गई और बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए हैं. घायलों में पुलिस वाले भी शामिल हैं.
प्रदर्शन के दौरान दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर पथराव भी किए. दोनों के बीच यह झड़प उस समय शुरू हुई जब पाक अधिकृत कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद में आजाद कश्मीर विधानसभा की इमारत के बाहर प्रदर्शनकारी पहुंच गए और प्रदर्शन करने लगे.