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पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के कबूलनामे पर पाकिस्तान ने पलटी मार ली है. पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कहा है कि उनके मुल्क की सरजमीं से न तो कोई आतंकी वारदात को अंजाम दिया गया और न ही ऐसा होने दिया जाएगा.
इस बारे में पाकिस्तान का इरादा पुख्ता है. बासित ने इससे भी इनकार कर दिया कि दाऊद पाकिस्तान में है. हालांकि भारत इसका डोजियर भी दे चुका है. उन्होंने कहा कि यदि भारत के पास सबूत है तो दे.
गौरतलब है कि मुशर्रफ ने एक पाकिस्तानी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि पाकिस्तान ने तालिबान को बनाया और कश्मीर में आतंकी भेजे.
दावाः सभी आतंकी गुट बैन, जमात परोपकारी संस्था
बासित ने कहा कि पाकिस्तान में सभी आतंकी गुट बैन हैं. मुझे नहीं लगता कि पाकिस्तान से ज्यादा कोई मुल्क आतंकवाद के खात्मे के लिए प्रयास कर रहा होगा. पाकिस्तान आतंकवाद का ही पीड़ित है. जब बात मुंबई हमलों के गुनहगार हाफिज सईद के जमात-उद-दावा की हुई तो बासित इसे आतंकी गुट करार देने से मुकर गए. बोले- जमात परोपकारी संस्था है. हम उस पर निगाह रख रहे हैं.
मुंबई हमलों पर डोजियर साझा करने से इनकार
अब्दुल बासित ने मुंबई हमलों को लेकर भारत की ओर से पाकिस्तान को सौंपे गए डोजियर की जानकारी साझा करने से साफ मना कर दिया. सिर्फ इतना कहा कि छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है और केस चल रहा है. हम उम्मीद करते हैं कि भारत इस मामले में हमारी मदद करेगा. भारत पाकिस्तान को आठ डोजियर सौंप चुका है.
आरोपः परमाणु हथियारों के लिए भारत ने उकसाया
बासित ने आरोप लगाया कि परमाणु हथियारों के लिए भारत ने उकसाया. बासित ने कहा कि पाकिस्तान कभी परमाणु हथियारों का जखीरा खड़ा करना नहीं चाहता था. लेकिन भारत ने शुरू किया तो पाकिस्तान ने भी अपनी सुरक्षा के लिए छोटे परमाणु हथियार बना लिए. एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान यदि इसी रफ्तार से चलता रहा तो 2020 तक उसके पास 200 से ज्यादा परमाणु हथियार होंगे.