
पीओके में इंडियन आर्मी की सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव का माहौल है. भारत में सेना और पीएम मोदी को बधाइयां मिल रही हैं तो पाकिस्तान भारतीय सेना पर सीजफायर तोड़ने का इल्जाम लगा रहा है. हालांकि पड़ोसी बांग्लादेश और अफगानिस्तान ने भारत के इस कदम का समर्थन किया है. भारत और पाकिस्तान के बीच जारी घटनाक्रम पर दुनियाभर की नजर है. आइए, जानते हैं पड़ोसी मुल्क की मीडिया ने इस घटना को किस तरह कवर किया है.
'मोदी सरकार का ड्रामा'
पाकिस्तानी अखबार ने 'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' ने सर्जिकल स्ट्राइक को मोदी सरकार ड्रामा करार दिया है. अखबार ने लिखा है कि भारतीय सेना ने एलओसी पर सीजफायर का उल्लंघन किया और दो पाकिस्तान सैनिकों को मार दिया. इसके बाद भारत सरकार ने इसे उरी हमले के बाद हो रही किरकिरी से बचने के लिए इसे भारतीय मीडिया के जरिए सर्जिकल स्ट्राइक का नाम दे दिया. यह मोदी सरकार की अपना चेहरा बचाने की कोशिश है.
अखबार ने रक्षा विश्लेषक ले जन (रिटायर्ड) अहमद शोएब के हवाले से लिखा है कि सर्जिकल स्ट्राइक का भारतीय सेना का दावा हास्यास्पद है. शोएब के मुताबिक यह कहना कि भारतीय सैनिक पीओके में घुसे, सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया और सकुशल वापस चले गए, यह मनगढ़ंत कहानी है. इन्होंने यह भी दावा किया कि ऐसे हमले करने की ताकत भारतीय फौज में नहीं है.
सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल
पाकिस्तानी अखबार 'डॉन' ने भारतीय सेना की कार्रवाई की खबर को प्रमुखता से लिया है. अखबार ने लिखा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने लगा है. अखबार ने लीड फोटो के तौर पर श्रीनगर की तस्वीर छापी है जिसमें भारतीय सेना के हमले में मारे गए दो पाकिस्तानी सैनिकों के लिए जनाजे की नमाज अदा करते हुए स्थानीय लोग दिख रहे हैं.
अखबार ने यह सवाल भी उठाया है कि भारतीय सेना की कार्रवाई क्या वाकई सर्जिकल स्ट्राइक थी. सीपीएम नेता सीताराम येचुरी के बयान का हवाला देते हुए अखबार ने लिखा है कि भारत में भी इस हमले को लेकर कन्फ्यूजन है.
भारतीय मीडिया पर निशाना
पाकिस्तान के ही एक और अखबार 'द न्यूज' ने अपने संपादकीय में सर्जिकल स्ट्राइक को ड्रामा करार दिया है. अखबार का कहना है कि भारत दुनिया और अपने लोगों को मूर्ख बनाने के लिए हर दिन कुछ न कुछ करता है और ताजा घटना भी पाकिस्तान के खिलाफ इसी तरह की एक और कोशिश की है. अखबार ने लिखा है कि उरी हमले में पाकिस्तान का हाथ होने के सबूत भारत के पास नहीं हैं. अखबार ने भारतीय मीडिया पर भी निशाना साधा है कि इसने पत्रकारिता के सिद्धांतों को ताक पर रख दिया है.
'द नेशन' ने कहा है कि भारत का पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक का दावा फुस्स हो गया. अखबार ने पाकिस्तानी सेना के हवाले से लिखा है कि भारतीय सैनिकों के सीजफायर का उल्लंघन कर कई पाकिस्तानी चौकियों पर फायरिंग की जिसमें दो पाकिस्तानी जवान हलाक हो गए.