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पाकिस्तान का साइबर हमला, हैक की भारत की 22 सरकारी वेबसाइट्स

पाकिस्तान अब साइबर हमले पर उतर आया है. आंध्र प्रदेश, तेलांगना और ओडिशा की 22 सरकारी वेबसाइट्स को पाकिस्तानी हैकरों ने हैक कर लिया है. हैकरों ने इसका कारण कश्मीर में भारतीय सेना के अत्याचार को बताया है. हैक होने के बाद से ही ये 22 साइट्स गायब हैं और इन पर कोई भी एक्सेस नहीं कर पा रहा है.

aajtak.in
  • हैदराबाद,
  • 08 नवंबर 2014,
  • अपडेटेड 11:02 AM IST

पाकिस्तान अब साइबर हमले पर उतर आया है. आंध्र प्रदेश, तेलांगना और ओडिशा की 22 सरकारी वेबसाइट्स को पाकिस्तानी हैकरों ने हैक कर लिया है. हैकरों ने इसका कारण कश्मीर में भारतीय सेना के अत्याचार को बताया है. हैक होने के बाद से ही ये 22 साइट्स गायब हैं और इन पर कोई भी एक्सेस नहीं कर पा रहा है .

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गौरतलब है कि ये सारी वेबसाइट्स नेशनल इनफॉर्मेशन सेंटर संचालित करती है. ये मामला तब सामने आया जब तेलांगना के सरकारी कर्मचारियों ने यह शिकायत दर्ज कराई कि वो विभाग की वेबसाइट एक्सेस नहीं कर पा रहे हैं. तेलांगना के तकनीकी संस्थान टीआईटीए ने जब इस मामले की जांच की तो यह बात सामने आई कि सारी वेबसाइट्स एक ही जगह से हैक की गईं हैं.

शुक्रवार से ही कोई भी इन वेबसाइट्स को इस्तेमाल नहीं कर पा रहा. हैक की गई सारी वेबसाइट्स सरकारी विभागों की हैं. आंध्र और तेलांगना के सीआईडी से जब इस बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि ऐसी कोई शिकायत उनके पास नहीं आई है. हैकरों ने कहा है कि वो भारतीय सेना द्वारा कश्मीर में किए जा रहे अत्याचार के विरोध में ये साइट्स हैक कर रहे हैं .

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उन्होंने एक वीडियो भी जारी की है जिसमें कथित तौर पर भारतीय सेना के जवान नागरिकों को पीट रहे हैं. हैकरों ने कहा कि हम भारत पर साइबर हमला नहीं कर रहे हैं, हम तो बस मानवता का साथ देते हुए इन साइट्स को हैक कर रहे हैं ताकि सबको सेना की गलती का अहसास हो. हैकरों ने संदेश जारी करते हुए कहा कि हम कश्मीर नहीं मांग रहे हम बस शांति चाहते हैं. अपने संदेश के अंत में उन्होंने पाकिस्तान जिंदाबाद लिखा है.

दरअसल पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तानी हैकरों के भारतीय साइट्स हैक करने की घटनाओं में काफी इजाफा आया है. साइबर क्राइम के इन मामलों को बिना स्थानीय पुलिस की मदद के पकड़ पाना भी मुश्किल है. इसलिए भारत के लिए यह दोहरी चुनौती है. एक तो अपने साइट्स की सुरक्षा सुनिश्चित करना दूसरा पाकिस्तान की तरफ से हो रहे इस साइबर हमले का माकूल जवाब देना.

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