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बुरहान वानी को लेकर PAK पर बरसीं सुषमा स्वराज, कहा- अंदरूनी मामलों में दखल बर्दाश्त नहीं

विदेश मंत्री ने बताया, 'पाक ने आठ जुलाई से जम्मू-कश्मीर में चल रहे विरोध प्रदर्शनों के दौरान भारतीय प्राधिकारियों पर मानवाधिकार के उल्लंघन का आरोप लगाया है. जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है. भारत पाकिस्तान की इस तरह की कार्रवाई को पूरी तरह से खारिज करता है.'

सुषमा स्वराज सुषमा स्वराज
अंजलि कर्मकार/संजय शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 11 अगस्त 2016,
  • अपडेटेड 11:26 PM IST

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान को साफ शब्दों में कह दिया है कि वो आतंकवादियों का महिमामंडन बंद करे. सुषमा ने ये भी कहा है कि भारत भी इस बाबत अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई देशों से सम्पर्क में है ताकि आतंकवादियों का महिमामंडन करने वालों को घेरा जा सके.

संसद में गुरुवार को एक प्रश्न के लिखित जवाब में स्वराज ने कहा कि पाकिस्तान ने कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने में कई जगह सम्पर्क भी किया है. भारत उसकी इस नापाक हरकत का खुलासा भी पुख्ता सबूतों से कर रहा है.

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'आतंकवाद का महिमामंडन मंजूर नहीं'
विदेश मंत्री ने राज्यसभा में कहा कि आतंकी बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद से ही पाकिस्तान ने आतंकवादियों को महिमामंडित करने के अपने अभि‍यान को तेज कर दिया है जो भारत को मंजूर नहीं है. पाकिस्तान को भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने की आगे और कोशिश से बाज आना चाहिए. उन्होंने कहा कि आठ जुलाई को हिजबुल आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद पाकिस्तान के वरिष्ठ अधिकारियों ने सुरक्षा परिषद के स्थाई सदस्यों चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका समेत यूरोपीय संघ, इस्लामिक सहयोग संगठन और आसियान देशों के राजदूतों से बातचीत की. ऐसा करके पाकिस्तान भारत के आंतरिक मामलों में दखल दे रहा है.

जम्मू-कश्मीर भारत का अविभाज्य अंग
विदेश मंत्री ने बताया, 'पाक ने आठ जुलाई से जम्मू-कश्मीर में चल रहे विरोध प्रदर्शनों के दौरान भारतीय प्राधिकारियों पर मानवाधिकार के उल्लंघन का आरोप लगाया है. जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है. भारत पाकिस्तान की इस तरह की कार्रवाई को पूरी तरह से खारिज करता है.' सुषमा ने कहा कि भारत सरकार पाकिस्तान के दुष्प्रचार का कूटनीतिक स्तर पर जवाब दे रही है.

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'पाक का मुकाबला करने के लिए अन्य देशों से की बात'
सुषमा ने बताया, 'सरकार ने दुष्प्रचार की पाकिस्तान की कोशिशों का मुकाबला करने के लिए अन्य देशों से बात की है'. उन्होंने कहा, 'हमने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इस बात पर जोर दिया है कि भारतीय सुरक्षाबलों ने अपनी ओर से असाधारण संयम बरता, जो जम्मू-कश्मीर में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के दौरान भीड़ के हमलों में तीन हजार 780 से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों के घायल होने से स्पष्ट है. सरकार ने जोरदार तरीके से यह भी पक्ष रखा है कि जम्मू-कश्मीर के लोग भारतीय नागरिक हैं और सरकार को उनके प्रति अपनी जिम्मेदारियों का अहसास है.

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