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पाकिस्तान ने भारतीय सैनिकों पर 'बिना किसी वजह के संघर्षविराम' के उल्लंघन का आरोप लगाया है. इस आरोप के बाद पाकिस्तान ने गुरुवार को भारतीय उप उच्चायुक्त जेपी सिंह को तलब किया.
पाकिस्तान का दावा है कि भारतीय सैनिकों की गोलीबारी में उसकी दो महिलाएं मारी गई हैं. पाकिस्तानी विदेश कार्यालय ने कहा कि महानिदेशक (दक्षिण एशिया और दक्षेस) मोहम्मद फैसल ने सिंह को तलब किया और भारतीय बलों के 'बिना किसी उकसावे के संघर्षविराम उल्लंघन करने की निंदा की.'
फैसल ने आरोप लगाया कि गत 18 जनवरी को भारतीय बलों ने सियालकोट सेक्टर में सीमा के पार गोलीबारी की. पाक का कहना है कइ इस गोलीबारी में दो महिलाएं- 45 साल की परवीन बीबी और 20 साल की आयशा - मारी गईं और पांच लोग घायल हो गए.
उन्होंने कहा, 'सीमा पर तैनात भारतीय बलों ने बुधवार रात से सियालकोट के आम नागरिकों की आबादी वाले गांवों में बिना किसी उकसावे के मोर्टार और स्वचालित हथियारों से अंधाधुंध गोलीबारी की.' फैसल ने कहा, 'संयम की अपील के बावजूद भारत ने संघर्षविराम का उल्लंघन करना जारी रखा है.'
उन्होंने आरोप लगाया, 'भारत 2017 से अप्रत्याशित तरीके से लगातार संघर्षविराम का उल्लंघन कर रहा है. 2017 में भारतीय बलों ने 1,900 से ज्यादा बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया.' फैसल ने भारत से अपील की है कि भारत और पाकिस्तान से संबंधित संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह (यूएनएमओजीआईपी) को उसकी भूमिका निभाने दी जाए.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक इस मामले पर भारत का रुख रहा है कि शिमला समझौते और इसके बाद नियंत्रण रेखा की स्थापना के बाद यूएनएमओजीआईपी अपनी उपयोगिता पूरी कर चुका है और उसका अब महत्व नहीं है.