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2015 और 16 में PAK ने हर रोज किया सीजफायर का उल्लंघन, 23 जवान हुए शहीद

गृह मंत्रालय ने जानकारी दी है कि पाकिस्तान की ओर से वर्ष 2015 और 2016 में रोजाना संघर्ष विराम उल्लंघन के चलते 23 सुरक्षा कर्मी शहीद हुए.

सीजफायर उल्लंघन करता है पाकिस्तान सीजफायर उल्लंघन करता है पाकिस्तान
सुरभि गुप्ता/BHASHA
  • नई दिल्ली,
  • 07 मई 2017,
  • अपडेटेड 11:20 AM IST

भारत पर हमेशा अपनी नजर टेढ़ी रखने वाले पाकिस्तान ने वर्ष 2015 और 2016 में हर रोज संघर्ष विराम का उल्लंघन किया. गृह मंत्रालय की ओर से एक RTI (सूचना का अधिकार) जवाब में बताया गया है कि जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर इन दो वर्षों में रोजाना कम से कम एक सीजफायर उल्लंघन की घटना दर्ज की गई.

गृह मंत्रालय ने जानकारी दी है कि पाकिस्तान की ओर से वर्ष 2015 और 2016 में रोजाना संघर्ष विराम उल्लंघन के चलते 23 सुरक्षा कर्मी शहीद हुए. इस RTI जवाब में ये भी बताया गया कि जम्मू-कश्मीर में 2012 और 2016 में एक हजार 142 आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया गया, जिसमें 236 सुरक्षा कर्मी शहीद हुए और 90 नागरिक मारे गए. वहीं इस दौरान सुरक्षा बलों ने 507 आतंकियों को एनकाउंटर में मार गिराया.

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RTI जवाब के तहत पाकिस्तान ने वर्ष 2016 में LoC पर 449 बार सीजफायर का उल्लंघन किया, जबकि 2015 में 405 ऐसा किया. मेजर जनरल (रिटायर्ड) जीडी बख्शी ने कहा कि पाकिस्तान भारत के खिलाफ गोपनीय युद्ध लड़ रहा है. बख्शी ने कहा, 'पाकिस्तान भले ही शांति की बात करता हो, पर वो शांति में विश्वास नहीं करता और जम्मू-कश्मीर इसका उदाहरण है.'

इसके साथ ही जीडी बख्शी ने बताया कि आजकल नया ट्रेंड शुरू हो गया है. किसी इलाके में जब भी सेना आतंकियों को घेरती है, सोशल प्लेटफॉर्म के जरीए आसपास के लोगों को इकट्ठा होने का संदेश दे दिया जाता है और सेना के ऑपरेशन में खलल डालने की कोशिश की जाती है.

गृह मंत्रालय ये भी बताया कि वर्ष 2012 में 220 आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया गया, जिसमें सेना के 15 जवान शहीद हुए, जबकि 72 आतंकियों को ढेर कर दिया गया. वहीं वर्ष 2013 में 170 आतंकी वारदातों के दौरान 53 सुरक्षा कर्मी शहीद हुए और 15 नागरिक मारे गए, जबकि 67 आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया.

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