
पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ नंवबर में सेवानिवृत्त होने वाले हैं, और ऐसी खबर आई थी कि उन्हें सेवा विस्तार दिया जा सकता है. लेकिन उन्होंने इन खबरों का खंडन किया है और कहा है कि उन्हें सेवा विस्तार नहीं चाहिए. जनरल राहील शरीफ के बारे में महीनों से चल रही सेवा विस्तार की अटकलबाजी पर विराम लगाते हुए इंटर सर्विसिस पब्लिक रिलेशन्स (आईएसपीआर) ने सोमवार को कहा कि ये निराधार अफवाहें हैं.
जनरल राहील शरीफ को पाकिस्तान में सबसे शक्तिशाली व्यक्ति माना जाता है. उन्होंने आतंकवादियों के विरुद्ध अभियान में सेना का नेतृत्व किया है. जनरल ने कहा, 'पाकिस्तानी सेना एक महान संस्था है. सेवा विस्तार में मेरी रुचि नहीं है और मैं नियत तिथि पर सेवानिवृत्ति लूंगा.
शरीफ ने कहा, 'आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के प्रयास जारी रहेंगे. पाकिस्तान के राष्ट्रीय हित सर्वोपरि हैं और किसी भी कीमत पर इसकी रक्षा की जाएगी.'
जनरल शरीफ 27 नवंबर, 2013 को अशफाक परवेज कयानी के बाद पाकिस्तान के सेना प्रमुख बने थे. कयानी छह सालों तक सेना प्रमुख रहने के बाद नवंबर 2013 में सेवानिवृत्त हुए थे.
भारत से युद्ध में मारा गया था भाई
पाकिस्तान आर्मी के चीफ राहील शरीफ, शब्बीर शरीफ राना (पाक सेना के पूर्व अधिकारी) के छोटे भाई हैं. शब्बीर शरीफ पाकिस्तान के पूर्व जनरल परवेज मुशर्रफ के कोर्स-मेट रहे हैं. 1971 में भारत के साथ हुए युद्ध में शब्बीर शरीफ शहीद हो गए थे. उन्हें पाकिस्तान के सबसे बड़े मिलिट्री अवॉर्ड निशान-ए-हैदर से नवाजा गया था.
पिता था सेना में मेजर
15 जून 1956 को राहील शरीफ का जन्म मेजर मोहम्मद शरीफ (पिता) के यहां हुआ था. शरीफ ने पाकिस्तान सेना के 15वें सेना प्रमुख के रूप में पदभार संभाला तथा सेवानिवृत्त हो रहे जनरल अशफाक परवेज कियानी का स्थान लिया. इसके पहले वे इंस्पेक्टर जनरल (ट्रेनिंग ऐंड इवोल्यूशन) के पद पर रहे हैं. उन्हें पाकिस्तान के निशान-ए-इम्तियाज व हिलाल-ए-इम्तियाज नामक सम्मानों से नवाजा जा चुका है.
इनपुट...IANS.