
पंपोर मुठभेड़ में कार्रवाई के देर तक चलने की वजह में स्थानीय लोगों की ओर से खिलाफत का मामला सामने आया है. इस मसले पर सेना ने स्थानीय पुलिस से अनुरोध किया है कि मुठभेड़ की जगह के दो किलोमीटर के दायरे से स्थानीय लोगों को हटा दिया जाए. लोगों के रहने से सैनिक कार्रवाई में इससे दिक्कत होती है.
आदेश पर हो सख्ती से अमल
सेना ने पुलिस अधिकारियों से कहा है कि मुठभेड़ के वक्त स्थानीय लोगों से पूरी तरह जगह को खाली करवा लेनी चाहिए. लोगों को घरों से नहीं निकलने और ग्रेनेड और गोली से बचने की भी अपील की जानी चाहिए. पुलिस के मुताबिक ऐसे आदेश जारी कर दिए गए हैं. इस पर अमल करवाने की कोशिश की जा रही है.
पंपोर में दिखा आम लोगों का दखल
सोमवार को खत्म हुए पंपोर मुठभेड़ के दौरान देश विरोधी नारेबाजी की गई. मुठभेड़ की जगह से नजदीक सेना के खिलाफ नारे लगाए गए. उन पर पत्थरबाजी भी की गई. पहले घटी आम लोगों के दखल की ऐसी कुछ घटनाओं के बाद जगह खाली करवाने की पुलिस की कोशिश कमजोर साबित हुई. सेना की कार्रवाई में इससे रुकावट भी पैदा हुई.