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पेपर्स लीक होने के बाद हरकत में आई पनामा सरकार, कराएगी जांच

पनामा के सरकारी प्रोसि‍क्यूटर ऑफ‍िस ने कहा है कि वह दुनिया के अमीर और ताकतवर लोगों के लिए विदेशों में कंपनियां बनाने वाली लॉ फर्म से जुड़े व्यापक डाटा के लीक होने के बाद हुए खुलासों की जांच शुरू करेगा.

रोहित गुप्ता
  • पनामा सिटी ,
  • 05 अप्रैल 2016,
  • अपडेटेड 12:52 PM IST

पनामा पेपर्स लीक मामले में अब खुद पनामा सरकार जांच करेगी. इस मामले में केंद्र सरकार गैर कानूनी बैंक अकाउंट रखने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का संकेत देते हुए पहले ही जांच के लिए एक मल्टी एजेंसी टीम गठित कर चुकी है.

पनामा के सरकारी प्रोसि‍क्यूटर ऑफ‍िस ने कहा है कि वह दुनिया के अमीर और ताकतवर लोगों के लिए विदेशों में कंपनियां बनाने वाली लॉ फर्म से जुड़े व्यापक डाटा के लीक होने के बाद हुए खुलासों की जांच शुरू करेगा. कार्यालय ने सोमवार को जारी बयान में कहा, ‘राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संचार मीडिया प्रकाशनों में ‘पनामा पेपर्स’ हेडलाइन के तहत जो तथ्य उजागर किए गए हैं, उनकी आपराधिक जांच की जाएगी.’

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लॉ फर्म ने बताया हैकिंग का मामला
बयान में कहा गया कि यह जांच यह तय करने के लिए की जाएगी कि कौन से अपराध हुए हैं और इन्हें अंजाम किसने दिया है. इसके साथ ही संभावित आर्थिक नुकसानों की पहचान करना भी इस जांच का लक्ष्य है. इस मामले में संलिप्त लॉ फर्म मोसेक फोंसेका का कहना है कि 1.15 करोड़ दस्तावेज लीक होने की वजह ‘सीमित हैकिंग’ है. कंपनी ने कहा कि वह मानती है कि ऐसा करने में किसी बाहरी पक्ष का हाथ है.

कई देशों की सरकारें दे चुकी हैं जांच के आदेश
इंटरनेशनल कंसोर्शियम ऑफ इंवेस्टिगेटिव जर्नलिस्‍ट्स (आईसीआईजे) की रिपोर्ट के आधार पर भारत के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, नीदरलैंड और फ्रांस समेत कई देशों की सरकारें जांच के आदेश दे चुकी हैं.

पनामा के राष्ट्रपति बोले- जांच में हर देश का सहयोग करेंगे
मोसेक फोंसेका के संस्थापकों में से एक रेमन फोंसेका ने बताया कि यह लीक पनामा पर हमला है, जो अपने आर्थिक सेवा क्षेत्र पर निर्भर करता है. पनामा के राष्ट्रपति जुआन कार्लोस वरेला ने कहा कि इस घोटाले में जो भी सरकार जांच करती है, वह उसमें सहयोग करेंगे लेकिन उन्होंने अपने देश की छवि की रक्षा करने का भी संकल्प जताया.

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लपेटे में आए दुनियाभर के दिग्गज
इन दस्तावेजों के लीक होने से पता चला है कि रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के करीबि‍यों, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति होस्नी मुबारक, सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद, पाकिस्तान की पूर्व पीएम बेनजीर भुट्टो ने अपनी संपत्ति को छिपाने के लिए टैक्स हेवन की मदद ली. द इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, इन हस्तियों में बॉलीवुड के टॉप एक्टर-एक्ट्रेस भी शामिल हैं. इसके अलावा डीएलफ के मालिक केपी सिंह भी शामिल हैं. यह दुनिया के सबसे बड़े खुलासों में से एक बताया जा रहा है.

इनपुट: भाषा

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