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उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पंकज सिंह भी ठोकेंगे ताल...

उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बीजेपी गृह मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे और यूपी बीजेपी में महासचिव पंकज सिंह को टिकट देने जा रही है. पार्टी ने पंकज सिंह के सामने गाजियाबाद की साहिबाबाद सीट, नोएडा, चंदौली या मुगलसराय सीट से चुनाव लड़ने का विकल्प देने के साथ यह भी कहा है कि वे जिस सीट चुनाव लड़ना चाहतें हैं पार्टी को बता सकते हैं.

पंकज सिंह (बीजेपी) पंकज सिंह (बीजेपी)
हिमांशु मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 14 जनवरी 2017,
  • अपडेटेड 7:44 AM IST

इस बार उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बीजेपी गृह मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे और यूपी बीजेपी में महासचिव पंकज सिंह को टिकट देने जा रही है. पार्टी ने पंकज सिंह के सामने गाजियाबाद की साहिबाबाद सीट, नोएडा, चंदौली या मुगलसराय सीट से चुनाव लड़ने का विकल्प देने के साथ यह भी कहा है कि वे जिस सीट चुनाव लड़ना चाहतें हैं पार्टी को बता सकते हैं.

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साल 2012 में भी चली थी बात
2012 के विधानसभा के चुनाव में भी पार्टी ने पंकज सिंह को टिकट देने पर विचार किया था. तब राजनाथ सिंह ने ही पंकज सिंह को टिकट नहीं देने दिया था. उनका मानना था कि इससे पार्टी कार्यकर्ताओं में गलत सन्देश जाएगा. उसके बाद पंकज सिंह यूपी की राजनीति में फिर से सक्रिय हो गए और पार्टी ने उन्हें यूपी बीजेपी का महासचिव बनाकर एक नई जिम्मेदारी भी दी. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना हैं पंकज सिंह को टिकट गृह मंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र होने के बजाय पार्टी के एक जिम्मेदार महासचिव होने के नाते दिया जा रहा है. इसके अलावा वे एक लोकप्रिय युवा नेता भी हैं.

दयाशंकर का पत्नी स्वाति सिंह को भी मिलेगा टिकट
दूसरी तरफ मायावती पर विवादास्पद बयान देने वाले दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति सिंह को भी बीजेपी ने टिकट देने का मन बना लिया हैं. पार्टी के नेताओं कहना है कि जिस तरह से उस वक्त स्वाति सिंह ने बीएसपी के नेताओं के बयानों को आड़े हाथों लिया. मायावती से लेकर बीएसपी के कई नेताओं पर पलटवार किया उससे पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह इतने गदगद हुए कि स्वाति सिंह को यूपी बीजेपी की महिला मोर्चा का अध्यक्ष बना दिया गया.

इससे यह साफ होता है कि पार्टी में इस बार भी टिकट देते समय भाई-भतीजावाद का ना सिर्फ ध्यान रखा जायेगा बल्कि सुरक्षित सीटों से टिकट भी दिया जायेगा. इस बीच पीएम मोदी के उस बयान की भी विवेचना हो रही है जो उन्होंने बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारणी में दी थी कि कोई भी अपने बेटे, बहु या रिश्तेदार के टिकट लिए सिफारिश नहीं करे.



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