
पठानकोट मामले की जांच को आगे बढ़ाने और संदिग्धों पर दबिश के लिए अब एनआईए की टीम पाकिस्तान का दौरा करेगी. एनआईए डीजी शरद कुमार ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि की है, हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इस बाबत तारीख अभी तय नहीं की गई है. लेकिन जल्द ही भारत सरकार इस पर निर्णय करेगी. कुमार ने बताया कि PAK जेआईटी को जांच एजेंसी ने हमलों से जुड़े तमात सबूत सौंप दिए हैं.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शरद कुमार ने कहा, 'बीते पांच दिनों में पाकिस्तानी जेआईटी ने पठानकोट में एनकाउंटर वाली जगहों का दौरा किया. इसमें सीमा क्षेत्र में वह जगह भी शामिल है, जहां एकागर सिंह को गोली मारी गई थी. उन्होंने बताया कि जेआईटी ने पाकिस्तान में जांच के परिणाम को भी एनआईए के साथ साझा किया है. पांच दिनों में पाक दल ने 16 गवाहों के बयान दर्ज किए.'
कुमार ने आगे कहा, 'जेआईटी ने बताया कि वह मामले में स्वीकार्य सबूत इक्ट्ठा कर रहे हैं. उन्होंने हमसे फॉरेंसिक जांच के परिणामों को साझा करने के लिए कहा, जो उन्हें सौंप दिए गए हैं. पाक दल से आतंकियों से बरामद हथियार और विस्फोटकों को वैरिफाई करने को कहा गया. एनआई ने उनके साथ आतंकियों के बारे में उपलब्ध सभी जानकारी और उनके पते साझा किए हैं. इसके साथ ही उनके हैंडलर्स की भी जानकारी दी गई है.'
जेआईटी ने दिया सहयोग का आश्वासन
एनआईए के डीजी ने कहा कि जेआईटी ने जांच में सहयोग का आश्वासन और कार्रवाई का भरोसा दिया है. कुमार ने बताया कि पाकिस्तानी जांच दल को सबूत के तौर पर मारे गए आतंकियों की डीएनए रिपोर्ट, बैलिस्टिक रिपोर्ट, आतंकियों और हैंडलर्स के बीच कॉल के रिकॉर्ड को साझा किया गया है.
एनआईए ने मांगे जैश के आकाओं के वॉयस सैंपल
बता दें कि पाकिस्तानी जेआईटी के सदस्य 29 मार्च को पठानकोट पहुंचे थे. जेआईटी ने बामियाल इलाके में तीन जगहों का दौरा किया. टीम उस जगह पर गई जहां एकागर सिंह की लाश मिली थी. इसके अलावा एसपी सलविंदर सिंह को अगवा किए जाने की जगह और बामियाल सीमा क्षेत्र में वह स्थान भी शामिल है, जहां संदिग्धों के पैरों के निशान मिले थे. एनआईए ने पाकिस्तानी टीम से जैश-ए-मोहम्मद के नेताओं के वॉयस सैंपल मांगे हैं. इसके अलावा मारे गए आतंकी नासिर की मां के डीएनए सैंपल की भी मांग की गई है.
जेआईटी ने मसूद अजहर को क्लीनचिट दी: कांग्रेस
दूसरी ओर, कांग्रेस ने जेआईटी की जांच और इस ओर केंद्र सरकार के निर्णय पर सवाल खड़े किए हैं. कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, 'जेआईटी ने मसूद अजहर को लगभग क्लीनचिट दे दी है. यह बताता है कि जेआईटी को बुलाने का केंद्र सरकार का फैसला गलत था. इस कदम से पाकिस्तान को ही लाभ मिला है. यह कभी भी भारत का रवैया नहीं रहा. यह दिखाता है कि सरकार इस मोर्चे पर बुरी तरह असफल रही है.'