
बीते तीन दिनों से चली आ रही पटवारियों की हड़ताल रविवार को खत्म हो गयी. सूबे के राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के साथ हुई बैठक के बाद पटवारी संघ ने इसकी घोषणा की. दरअसल, मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने पटवारियों को रिश्वत लेने वाला बताया था जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया था.
माफी न मांगने पर हुई हड़ताल शुरू
पटवारियों ने मंत्री से सार्वजनिक माफी की मांग की थी. मंत्री के सार्वजनिक माफी ना मांगे जाने तक हड़ताल शुरू कर दी थी. इस हड़ताल से सबसे ज्यादा असर मध्य प्रदेश में हुई भारी बारिश के बाद मिलने वाले मुआवजे पर पड़ रहा था, क्योंकि पटवारियों ने पूरी तरह काम बंद कर दिया था.
लांकि मामला बढ़ता देख मंत्री जीतू पटवारी ने ट्विटर पर माफी भी मांग ली थी लेकिन पटवारी संघ सार्वजनिक माफी पर अड़ा था, लेकिन रविवार को राजस्व मंत्री साथ बैठक के बाद पटवारी नरम पड़े और हड़ताल समाप्त कर दी.
माफी पर बोले संरक्षक प्रकाश माली
'आजतक' से बात करते हुए मध्यप्रदेश पटवारी संघ के संरक्षक प्रकाश माली ने बताया, 'हमें भ्रष्ट कहा गया था लेकिन आज आधिकारिक रूप से मंत्री जी ने पटवारी समाज से माफी मांगी गई है. उन्होंने पहले ट्वीट भी किया था लेकिन आज आधिकारिक माफी मांगने और किसानों की पीड़ा को देखते हुए हमने हड़ताल वापस ले ली है.'
वहीं राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा, 'पटवारी संघ से आज मेरी बात हुई और सारे पटवारियों ने किसानों के हित में प्रदेश में जो प्राकृतिक आपदा आयी है उसको देखते हुए मैंने उनसे बात की तो उन्होंने मेरी बात को माना और आज से ही मध्यप्रदेश में पटवारियों की हड़ताल खत्म हो गयी है.'