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PoK में जल संसाधन की लूट पर पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन

PoK में जल संसाधनों के दोहन को लेकर पाकिस्तान और चीन के खिलाफ स्थानीय लोग एक बार फिर से सड़क पर उतर आए हैं. पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में चीन कोहाला हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट बना रहा है, जिसका स्थानीय लोग कड़ा विरोध कर रहे हैं.

मुजफ्फराबाद में पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन मुजफ्फराबाद में पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन
राम कृष्ण
  • मुजफ्फराबाद,
  • 05 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 6:44 PM IST

चीन के साथ मिलकर पाकिस्तान ने अपने अधिकृत कश्मीर यानी PoK में लूट मचा रखी है. अब दोनों देश वहां के जल संसाधनों को लूटने में जुटे हुए हैं, जिसके खिलाफ स्थानीय लोगों ने जबरदस्त आक्रोश है. PoK के लोगों ने इसके खिलाफ लगातार प्रदर्शन भी कर रहे हैं.

PoK में जल संसाधनों के दोहन को लेकर पाकिस्तान और चीन के खिलाफ स्थानीय लोग एक बार फिर से सड़क पर उतर आए हैं. पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में चीन कोहाला हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट बना रहा है, जिसका स्थानीय लोग कड़ा विरोध कर रहे हैं.

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हाल ही में वहां की राजनीतिक पार्टी आवामी एक्शन फोरम और स्थानीय लोगों ने मुजफ्फराबाद में सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया.  प्रदर्शनकारियों ने मुजफ्फराबाद-रावलपिंडी हाईवे को भी जाम कर दिया था और पाकिस्तान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक स्थानीय लोगों को विश्वास में नहीं लिया जाता है, तब तक इस प्रोजेक्ट को शुरू नहीं होने दिया जाएगा.

आवामी एक्शन कमेटी के राजा मुमताज खान ने कहा कि चीनी कंपनी ने इस प्रोजेक्ट को लेकर न तो आवामी एक्शन फोरम के साथ कोई करार किया है और न ही इस प्रोजेक्ट पर स्थानीय लोगों की आशंकाओं को दूर किया है. उन्होंने कहा कि दरबनगढ़ और नारोला समेत कई इलाकों में पानी पहले ही सूख चुका है.

जनवरी 2015 में चीनी कंपनी को दिया गया प्रोजेक्ट का काम

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जनवरी 2015 में पाकिस्तान सरकार ने चीन की सरकारी कंपनी चाइना थ्री जॉर्ज कॉरपोरेशन (CTGC) के साथ इस हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट को विकसित करने का करार किया था. इसको साल 2021 तक पूरा किया जाना है. 1100 मेगावाट के इस प्रोजेक्ट में CTGC भारी भरकम निवेश कर रही है. CTGC की ओर से पाकिस्तान में किया जा रहा यह सबसे बड़ा निवेश है.

स्थानीय लोगों की ये हैं चिंताएं

इस हाइड्रो प्रोजेक्ट से PoK में पर्यावरण को नुकसान पहुंचने की भी चिंता जाहिर की जा रही है. साथ ही इसको लेकर स्थानीय लोगों को भी विस्थापित किया जा रहा है. इससे भी दिलचस्प बात यह है कि यहां बनने वाली बिजली स्थानीय लोगों को नहीं दी जाएगी. इसके अलावा स्थानीय लोगों को प्रोजेक्ट में नौकरी भी नहीं दी जा रही है. इसके अलावा नीलम झेलम हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट में लगे सैकड़ों स्थानीय लोगों को काम से हटा दिया गया था.

चीन बना रहा आर्थिक गलियारा

पाकिस्तान की लूट के खिलाफ PoK में यह पहली बार आवाज नहीं उठी है. जबसे पाकिस्तान ने इसे इलाके को आर्थिक गलियारे के नाम पर चीन को एक तरह से सौंप दिया, तब से लगातार यहां विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और पाकिस्तान इनको सेना के बल पर कुचल रहा है. यह क्षेत्र प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है, जिनका पूर्ण दोहन पाकिस्तान लंबे समय से करता रहा है.

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पाकिस्तान खाली करे पीओके

भारत हमेशा से यह कहता रहा है कि पीओके पर पाकिस्तान का कब्जा अवैध है और उसे खाली करना होगा. भारत का कहना है कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच जम्मू एवं कश्मीर को लेकर कोई विवाद है, तो सिर्फ पाकिस्तान की तरफ से पीओके पर अवैध कब्जा है.

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