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बिहार में गया में आसमानी आफत ने 12 लोगों की जिंदगी छीन ली. गया के चकंद में आकाशीय बिजली गिरने से 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि बिजली की चपेट में आने से 15 लोग झुलस गए हैं.
पेड़ के नीचे खड़े थे सभी लोग
दरअसल बिहार में मानसून के दस्तक दे दी है और पिछले दो दिनों से लगातार गरज के साथ कई इलाकों में तेज बारिश हो रही है. जानकारी के मुताबिक गया के चकंद में बारिश से बचने के लिए ये सभी लोग एक पेड़ के नीच खड़े थे, तभी तेज आवाज की बिजली गिरी और सभी उसकी चपेट में आ गए.
इलाके में पसरा मातम
इस घटना में झुलसे हुए लोगों को गया मेडिकल कॉलेज अस्पताल और सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. ग्रामीणों के मानें तो ये घटना शाम करीब 4 बजे की है. घटना के बार आसपास के इलाकों में मातम पसर गया है. गौरतलब है कि गया के फतेहपुर थाना के भंवारीखुर्द में रविवार को बिजली से 2 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि 4 लोग झुलस गए थे.
हवा के आपस में टकराने से बिजली गिरने की संभावना
जानकारों की मानें तो बादलों में घर्षण की वजह से बिहार में कई जगहों पर वज्रपात हुआ. मौसम विभाग के मुताबिक नम हवाएं जब ऊपर उठती हैं तो वो बादल बनते हैं और फिर तेज बारिश होती है. लेकिन जब दो दिशाओं की हवाएं तेजी से आपस में टकराती हैं तो तेज बारिश तो होती है साथ ही इससे बादलों में जबरदस्त घर्षण होता है और आकाशीय बिजली गिरने की घटना सामने आती है.
आकाशीय बिजली से बचने के उपाय
मौसम विभाग के एडिशनल डायरेक्टर जनरल एम महापात्र के मुताबिक आकाशीय बिजली से बचा जा सकता है, सीधा तरीका है कि बिजली कड़कने के वक्त पेड़ के नीचे न जाएं और हो सके तो घर में ही रहें. इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल बंद कर दें.
ऐसा कहा जाता है कि वज्रपात के बारे में सटीक अनुमान कर पाना फिलहाल संभव नहीं है. लेकिन एक बात तो वैज्ञानिक दावे के साथ कह सकते हैं कि अगर खराब मौसम में आपने आकाशीय बिजली गिरते हुए देख रहे हैं तो बिजली आप पर नहीं गिरेगी, क्योंकि वज्रपात की रफ्तार प्रकाश की गति के समतुल्य होती है लिहाजा आप अपने ऊपर बिजली गिरते हुए तो कभी भी नहीं देख सकते हैं.