Advertisement

UGC: विदेश से PhD करने वाले भारतीय सीधे बनेंगे असिस्टेंट प्रोफेसर

अगर आपने विदेश से PhD की है, तो सीधे बन सकते हैं असिस्टेंट प्रोफेसर... जानें- कैसे मिलेगा मौका....

प्रतीकात्मक फोटो प्रतीकात्मक फोटो
प्रियंका शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 29 नवंबर 2018,
  • अपडेटेड 9:43 AM IST

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अनुसार शीर्ष 500 विदेशी विश्वविद्यालयों से डॉक्टरेट डिग्री (PhD) लेने वाले अब भारतीय विश्वविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में सीधी भर्ती के लिए योग्य माने जाएंगे. यूजीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, नए नियुक्ति मानकों में शीर्ष 500 विदेशी विश्वविद्यालयों का फैसला चार मशहूर विश्वविद्यालयों के रैंकिंग सिस्टम के आधार पर किया जाएगा.

जिसमें चार मानकों में क्वाकक्वारेली साइमंड्स, टाइम्स हायर एजुकेशन रैंकिंग और एकेडमिक रैंकिंग ऑफ वर्ल्ड यूनिवर्सिटीज ऑफ द शंघाई जियाओ टोंग यूनिवर्सिटी के रैंकिंग सिस्टम को शामिल किया गया है.

Advertisement

NEET: जल्द करें अप्लाई, जानें- कब है आखिरी डेट और पूरा शेड्यूल

यूजीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा,‘‘अंतरराष्ट्रीय पीएचडी धारकों की आर्ट्स, कॉमर्स, मानविकी, एजुकेशन, कानून, सामाजिक विज्ञान, विज्ञान, भाषा, लाइब्रेरी साइंस, फिजिकल एजुकेशन और पत्रकारिता और जनसंचार  विषयों को मौका दिया जाएगा. 

क्या है असिस्टेंट प्रोफेसर में भर्ती के नियम

उम्मीदवारों को भारतीय विश्वविद्यालय से संबंधित विषय की मास्टर डिग्री में या मान्यता प्राप्त विदेशी विश्वविद्यालय से समकक्ष डिग्री में न्यूनतम 55 प्रतिशत अंक होने जरूरी थे.

विदेश में पढ़ाई से पहले सोच लें ये 5 बातें

अधिकारी ने कहा,‘‘प्रत्यक्ष भर्ती योग्यता केवल उम्मीदवारों को लिखित परीक्षा से छूट प्रदान करती है, लेकिन साक्षात्कार (इंटरव्यू) में उनका प्रदर्शन देखा जाएगा. जिसके बाद नियुक्ति की जाएगी.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement