
बिहार की राजधानी पटना में गंगा नदी में हुए हादसे में मरने वालों की संख्या 25 तक पहुंच गई है. सबलपुर गंगा दियारा में मकर संक्रांति के अवसर पर आयोजित पतंगबाजी में हिस्सा लेने गए लोग हादसे के शिकार हो गए. लोग उत्सव में शामिल होकर नाव से वापस लौट रहे थे, तभी नाव गंगा में पलट गई. बचाव कार्य अभी भी जारी है. कार्रवाई करते हुए सोनपुर पुलिस स्टेशन में नाव ऑपरेटर के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. पुलिस ने अम्यूजमेंट पार्क के माालिक और अन्य अनजान लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज कर लिया है.
इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधी सेतु की मरम्मत के काम का उद्घाटन, जो कि वह दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से करते रद्द कर दिया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले ही नितिन गडकरी से बात कर कार्यक्रम को रद्द करने की बोल चुके हैं. मुख्यमंत्री ने गंगा के दियारे में होने वाले सभी कार्यक्रमों को रद्द करने का आदेश भी दिया है.
पीएम और सीएम ने किया मुआवजे का ऐलान
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस हादसे की जांच के भी आदेश दिए हैं. इस हादसे में मारे गए लोगों के परिवार वालों को 4-4 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर दुख जाहिर करते हुए पीड़ित परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है. प्रधानमंत्री ने भी प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष में से मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार देने की घोषणा की है.
कई लोग अब भी हैं लापता
बताया जा रहा है कि नाव पर 40 से ज्यादा लोग सवार थे. NDRF की टीम ने रेस्क्यू कर कुछ लोगों को बाहर निकाला है, जिन्हें एंबुलेंस के जरिये PMCH भेजा गया है. अस्पताल में अपनों की तलाश में लोगों की भीड़ लगी हुई है.
लालू प्रसाद ने व्यक्त किया शोक
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद ने गंगा नदी के NIT घाट के निकट हुए नौका दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है और इस दुर्घटना मे मरे लोगों के परिजनों के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त कि है. उन्होंने इस दुर्घटना को दुखद कहा. उन्होंने अपने आवास पर आयोजित चुड़ा-दही आयोजन को स्थगित कर दिया है.
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने भी इस दुर्घटना पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने आपदा प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों को निदेश दिया है कि राहत और बचाव कार्य को मुस्तैदी से चलाया जाय. घायलों का बेहतर इलाज किया जाय.