
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बर्लिन में आयोजित इंडो-जर्मन बिजनेस समिट में हिस्सा लिया. मोदी ने कहा कि भारत, जर्मन कंपनियों का स्वागत करने के लिए तैयार खड़े हैं और दोनों देशों की आर्थिक साझेदारी और मजबूत हुई है. पीएम ने मेक इन इंडिया को बड़ा कदम बताते हुए कहा कि इस सफल बनाने में जर्मन कंपनियां अहम योगदान दे रही हैं. मोदी के साथ चांसलर एंजेला मर्केल भी इस सम्मेलन में मौजूद रहीं.
जीएसटी को देश का सबसे बड़ा आर्थिक सुधार बताते हुए पीएम मोदी ने भारत में यह अगने महीने से लागू होने जा रहा है. भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश नीति की तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमने दुनिया की सबसे उदार FDI नीति अपनाई है और देश में 90 फीसद निवेश ऑटोमेटिक रूट के जरिए मुमकिन है.
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हमारी दिशा, इच्छा और सपने व्यापार के बड़े अवसर तैयार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारत में व्यापार के लिए पहले कभी इतना सकारात्मक माहौल नहीं था और अब हम जर्मनी के साथ हाथ मिलाकर आर्थिक क्षेत्र में नई ऊंचाईयों को छूने के लिए तैयार हैं.
भारत में 1600 से ज्यादा जर्मन कंपनियां और 600 साझा कंपनियां व्यापार कर रही हैं. मेक इऩ इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्किल इंडिया, स्मार्ट सिटी जैसी महत्वाकांक्षी योजनाओं में जर्मनी लगातार आर्थिक सहयोग दे रहा है.
भारत-जर्मनी के बीच 8 समझौते
दो दिन के दौरे पर जर्मनी पहुंचे पीएम मोदी का शानदार स्वागत किया गया. मोदी ने कहा कि जर्मनी के साथ इस दौरे में कई मुद्दों पर बात हु ई, भारत और जर्मनी के रिश्ते हमारे देश के साथ-साथ विश्व को भी मजबूती देंगे. हम आगे भी भारत और जर्मनी के संबंधों को मजबूत करना चाहते हैं. इस दौरान भारत और जर्मनी के बीच कई 8 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं.