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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीवीआईपी कल्चर को खत्म करना चाहते हैं. सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री वीवीआईपी काफिले से आम लोगों को होने वाली दिक्कतों से नाराज हैं.
खुद से शुरुआत करेंगे पीएम
प्रधानमंत्री वीवीआईपी कल्चर करने के लिए शुरुआत खुद से करना चाहते हैं. सूत्रों के मुताबिक पीएम के निजी सचिव ने दिल्ली पुलिस को कहा है कि वे अपने काफिले के चलते आम
लोगों को होने वाली दिक्कत से नाखुश हैं. पुलिस ऐसे उपाय करे, जिससे वीवीआईपी मूवमेंट से लोगों को दिक्कत न हो.
बेटे का अंतिम संस्कार नहीं कर पाए थे ब्रिगेडियर
पिछले साल सितंबर में प्रधानमंत्री मोदी जब चंडीगढ़ गए थे तो उनकी यात्रा के चलते आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. पीएम मोदी की चंडीगढ़ यात्रा के दौरान स्कूलों को बंद
रखने का आदेश दिया गया था और यहां तक कि लोगों को अपने मृत परिजनों के अंतिम संस्कार के लिए भी इंतजार करना पड़ा था. चंडीगढ़ में सेक्टर 25 में बने श्मशान घाट को पब्लिक के लिए बन्द रखा गया था, क्योंकि पीएम नरेंद्र मोदी की रैली इसी सेक्टर में थी. तड़के 3 बजे ब्रिगेडियर देविंदर सिंह के 25 वर्षीय बेटे की सड़क हादसे में मौत हो गई थी, जिसका अंतिम संस्कार 25 सेक्टर में करने से प्रशासन ने उन्हें मना कर दिया था. मजबूरन उन्हें अपने बेटे का अंतिम संस्कार घर से तकरीबन 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मोहाली के श्मशान घाट में करना पड़ा.
पीएम मोदी ने जताया था खेद
पीएम ने चंडीगढ़ के लोगों की नाराजगी सामने के बाद ट्वीट करके खेद जताया था. मोदी ने ट्वीट किया था, ‘मेरी यात्रा के दौरान चंडीगढ़ के नागरिकों को हुई असुविधा विशेष तौर पर स्कूलों
को बंद करने पर मुझे खेद है. इससे पूरी तरह से बचा जा सकता था.’ उन्होंने कहा था कि चंडीगढ़ के लोगों को हुई असुविधा को लेकर जांच होगी और जवाबदेही तय की जाएगी.