
पीएम नरेंद्र मोदी इस बार 17 सितंबर को अपना 67वां जन्मदिन गुजरात के नवसारी में 'दिव्यांगजनों' (विकलांगजनों) के साथ मनाएंगे. पीएम के जन्मदिन के मौके पर देश के सबसे बड़े 'दिव्यांग' कैंप का आयोजन किया जा रहा है. कैंप में सूरत, वलसाड, डांग और नवसारी समेत दक्षिण गुजरात के तमाम इलाकों से 9000 से ज्यादा 'दिव्यांगजन' हिस्सा ले रहे हैं. मोदी इस मौके पर 'दिव्यांगजनों' को 7 करोड़ रुपये के किट बांटेंगे.
सिंचाई प्रोजेक्ट से आगाज
इस बार बर्थडे के मौके पर पीएम मोदी का गुजरात का दिनभर का दौरा है. इसमें वो दाहोद में एक रैली को संबोधित भी करेंगे जिसमें वो आदिवासियों के लिए कई कल्याणकारी योजनाओं का ऐलान करेंगे. इसके बाद वो दो सिंचाई परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे. इसमें एक प्रोजेक्ट कडाना डैम से जुड़ा है जिससे इस इलाके के किसानों को पानी उपलब्ध हो सकेगा. दूसरा प्रोजेक्ट छोटा उदयपुर जिले में हेतेश्वर डैम की लिंकिंग से जुड़ा है. इस बार दाहोद जिले में भयंकर सूखा पड़ा है, ऐसे में इन प्रोजेक्ट्स से इस इलाके को काफी राहत मिलेगी.
पिछले साल दिल्ली में ही थे पीएम
पीएम मोदी पिछले साल अपने बर्थडे के मौके पर दिल्ली में ही थे. उस वक्त पीएम 1965 की जंग की गोल्डन जुबली के मौके पर आयोजित प्रदर्शनी 'सूर्याजंलि' देखने गए थे. 26 मई 2014 को पीएम की शपथ लेने के बाद मोदी उस साल अपने बर्थडे के मौके पर पहली बार अपने गृह राज्य गए थे. उस दिन मोदी ने अपनी मां हीराबाई से आशीर्वाद लिया और गांधीनगर में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मेजबानी की थी.
आदिवासी इलाकों पर पीएम की नजर
इसमें कोई दो राय नहीं कि गुजरात के आदिवासी इलाकों में पीएम मोदी के दौरे के जरिये बीजेपी इस इलाके के लोगों से फिर से जुड़ने की कोशिश कर रही है. पिछले साल नवंबर में हुए स्थानीय निकाय के चुनावों में आदिवासी बहुल इलाकों में बीजेपी को करारी हार का सामना करा पड़ा था और इसका फायदा कांग्रेस और जेडीयू को हुआ. इसके अलावा राज्य के आदिवासी इलाकों में भिलिस्तान आंदोलन भी चल रहा है.
पाटीदार, दलित समुदाय की चुनौती
राज्य सरकार को पिछले साल पाटीदार आंदोलन की चुनौती से निपटना पड़ा था. इस बार ऊना कांड को लेकर दलितों में गुस्सा है. अगले साल राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले आदिवासी नेता राज्य सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन की तैयारी में हैं. ऐसे में राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. साल 2017 राज्य में बीजेपी के लिए बेहद अहम है, ऐसे में पीएम मोदी सूबे की सियासत में हो रहे बदलाव में खासी दिलचस्पी ले रहे हैं.
पखवाड़े भर पहले भी आए थे पीएम
बीते 30 अगस्त को भी पीएम मोदी गुजरात आए थे. उस वक्त पीएम ने सौराष्ट्र के जामनगर में सौनी प्रोजेक्ट के पहले फेज का उद्घाटन किया था. इस प्रोजेक्ट से सौराष्ट्र में पानी की किल्लत दूर हो जाएगी. पीएम बनने के दो साल बाद मोदी ने पहली बार यहां एक रैली को भी संबोधित किया था जिसमें केंद्र की कल्याणकारी योजनाओं का जिक्र भी था. इस तरह जैसे जैसे गुजरात के चुनाव नजदीक आएंगे, पीएम मोदी के गुजरात दौरों की संख्या बढ़ने से इनकार नहीं किया जा सकता.