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महागंठबंधन के बीच सियासी अखाड़ा बनी इफ्तार पार्टी, लालू को नीतीश का इनकार

बिहार चुनाव से पहले महागठबंधन करके एकजुट होने वाले जनता परिवार के बीच दरारें आने लगी हैं. इशारों-इशारों में साफ होने लगा है कि लालू प्रसाद और कांग्रेस के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा है. आलम यह है कि इफ्तार पार्टी भी महागंठबंधन के बीच सियासत का नया अखाड़ा बनता जा रहा है.

नीतीश कुमार और लालू यादव (फाइल फोटो) नीतीश कुमार और लालू यादव (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • पटना,
  • 11 जुलाई 2015,
  • अपडेटेड 9:24 PM IST

बिहार चुनाव से पहले महागठबंधन करके एकजुट होने वाले जनता परिवार के बीच दरारें आने लगी हैं. इशारों-इशारों में साफ होने लगा है कि लालू प्रसाद और कांग्रेस के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा है.  हालांकि शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में नीतीश कुमार की ओर से आयोजित इफ्तार पार्टी में लालू यादव ने मौजूदगी दर्ज कराई.

पहले लालू ने सोनिया गांधी की इफ्तार पार्टी में शामिल नहीं होने का ऐलान किया था और बाद में 13 जुलाई ही अपने घर में इफ्तार पार्टी का आयोजन रख दिया. जबकि पहले लालू ने राजभवन मार्च का हवाला देते हुए इफ्तार में शामिल न हो पाने की वजह बताई थी.

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हालांकि, शनिवार को लालू यादव ने नीतीश की इफ्तार पार्टी में पहुंचकर सबको चौंका दिया. लालू ने मुख्यमंत्री आवास में आयोजित इफ्तार दावत में न सिर्फ मौजूदगी दर्ज कराई बल्कि नीतीश कुमार से गर्मजोशी से मिले.

सोनिया की पार्टी में जाएंगे नीतीश
वहीं, दूसरी ओर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू को दरकिनार कर सोनिया की इफ्तार पार्टी में शामिल होने का फैसला किया है. सोनिया ने दिल्ली में इफ्तार पार्टी रखी है और अब ये पार्टी महागंठबंधन के बीच सियासत का नया अखाड़ा चुकी है.

हालांकि इस मुद्दे पर सियासत से बचने के लिए लालू ने पहले उसी दिन अपना राजभवन मार्च रखा और फिर शाम को अपनी इफ्तार पार्टी. बहरहाल, इतना तो साफ हो गया कि नीतीश और कंग्रेस की नजदीकी रंग ला रही है और लालू यादव कांग्रेस से दूर होते जा रहे हैं.

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