
दिल्ली-एनसीआर की हवा दिनों दिन और प्रदूषित व जहरीली होती जा रही है. ये हवा कितनी जहरीली है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि नोएडा और गाजियाबाद में एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के पार पहुंच गया है. अगर वायु की क्वालिटी में सुधार नहीं आया और स्थिति बेहतर नहीं हुई तो स्कूलों को बंद किया जा सकता है. अगर यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स का स्तर 450 के पार होता है तो बच्चों की सेहत को ध्यान में रखते हुए स्कूलों को कुछ दिन के लिए बंद करना पड़ सकता है.
वहीं राजधानी दिल्ली के सबसे प्रदूषित इलाकों में से एक आनंद विहार में प्रदूषण बेहद खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है. इस इलाके में एयर क्वालिटी इंडेक्स 450 के करीब है जिसका बुरा असर बुजुर्गों और बच्चों की सेहत पर हो रहा है. दिन-रात बिगड़ती राजधानी की आबोहवा सामान्य तौर पर सांस लेने लिए बिल्कुल भी अनुकूल नहीं है. बता दें कि राजधानी में दिवाली के बाद से शुरू हुआ प्रदूषित हवा का सिलसिला फरवरी मार्च तक चलता है.
बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण कंट्रोल करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने इस दिवाली पर दिल्ली में पटाखों पर बैन लगा दिया था. हालांकि प्रदूषण पर इसका बहुत ज्यादा असर देखने को नहीं मिला और त्योहार के मौसम में दिल्ली की हवा और अधिक प्रदूषित हो गई. दिल्ली में बढ़े प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए दिल्ली सरकार एक बार फिर से ऑड-ईवन लागू करने पर विचार कर रही है.