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प्रदूषण पर बोले CM खट्टर- कोई सरकार हवा को बेहतर नहीं बना सकती

केजरीवाल को दिए गए जवाब में खट्टर ने कहा है कि कोई भी संस्था, व्यक्ति या सरकार हवा की गुणवत्ता बेहतर नहीं कर सकते.

मनोहर लाल खट्टर मनोहर लाल खट्टर
आशुतोष मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 13 नवंबर 2017,
  • अपडेटेड 3:52 PM IST

दिल्ली- एनसीआर में वायु प्रदूषण के मुद्दे पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखकर सहयोग मांगा था, जिसपर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने केजरीवाल को खत लिखकर जवाब दिया है. केजरीवाल को दिए गए जवाब में खट्टर ने कहा है कि कोई भी संस्था, व्यक्ति या सरकार हवा की गुणवत्ता बेहतर नहीं कर सकते.

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अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली- एनसीआर में प्रदूषण को लेकर हरियाणा और पंजाब में किसानों द्वारा खेतों में पराली जलाए जाने को लेकर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मिलने का समय मांगा था. पंजाब के मुख्यमंत्री ने प्रदूषण के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार बताते हुए साफ कह दिया कि पंजाब सरकार के पास किसानों को पराली के बदले मुआवजा देने के लिए पैसे नहीं हैं. अब हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी अरविंद केजरीवाल को उनके खत का जवाब दिया है.

इस खत में खट्टर ने पंजाब पर ही ठीकरा फोड़ दिया और अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार पर ही सवाल उठा दिया. केजरीवाल को लिखे खत में खट्टर ने कहा कि पराली जलाए जाने का आरोप केजरीवाल राजनीतिक फायदे के लिए कर रहे हैं. खट्टर ने खत के जरिए सवाल उठाया कि दिल्ली में 40000 हेक्टेयर में पराली जलाए जाने के मसले पर केजरीवाल ने क्या कदम उठाए हैं? खट्टर का दावा है कि उनकी सरकार ने 39 करोड़ रुपये खर्च कर इस मसले पर कदम उठाए हैं जबकि पंजाब में 1 रुपया भी खर्च नहीं किया.

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इतना ही नहीं इस खत में मनोहर लाल खट्टर ने अरविंद केजरीवाल को कहा कि वह 13 और 14 नवंबर को दिल्ली में मौजूद रहेंगे जिस दरमियान मुख्यमंत्री केजरीवाल उनसे मुलाकात कर सकते हैं. लेकिन अरविंद केजरीवाल के दफ्तर के सूत्रों का दावा है कि लगातार फोन पर संपर्क साधने के बाद भी मुख्यमंत्री खट्टर से मिलने के लिए उन्हें समय नहीं मिल पा रहा है. जाहिर है प्रदूषण पर लड़ने की बजाए राजनीतिक दल और राज्यों के मुख्यमंत्री आपस में लड़ने में व्यस्त हैं और ऐसे में दिल्ली के साथ-साथ एनसीआर, पंजाब और हरियाणा में रहने वाली जनता भी जहरीले धुएं में सांस लेने को मजबूर है.

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