
कर्मयोद्धा ग्रन्थ के विमोचन कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जीवन से जुड़ी तमाम बातें मंच से सुनाईं. शाह ने मंच से नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व और उदार प्रवृत्ति की कई मिसालें भी दीं. शाह ने बताया कि पीएम मोदी का पूरा जीवन भारतीय नागरिकों की बेहतरी से जुड़ा हुआ है. आपको बता दें कि जिस किताब के विमोचन में अमित शाह बोल रहे थे वह किताब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जीवन पर ही आधारित है.
शाह ने कहा कि नरेन्द्र मोदी कई सालों से देश के जनमानस के मन को परिवर्तित करने का काम कर रहे हैं, राष्ट्र की सेवा कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि 1987 से सक्रिय राजनीति में शुरू हुए राजनीति सफर के दौरान उन्होंने लंबे समय तक पार्टी में संगठन की जिम्मेदारी निभाई, गुजरात के मुख्यमंत्री रहे और अब 2014 के बाद देश के प्रधानमंत्री रहने के बाद संवैधानिक तरीके से किस तरह लोगों का जीवन बदला जा सकता है उस पर काम किया. वे आज वैश्विक नेता के मकाम पर खड़े हैं.
उपभोगशून्य स्वामी का आदर्श उदाहरण हैं मोदी: शाह
पीएम मोदी के जीवन पर बात करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि समर्थ रामदास ने एक राजा की कल्पना की थी, उपभोगशून्य स्वामी. उपभोगशून्य स्वामी का आदर्श उदाहरण कोई है तो वो नरेन्द्र मोदी हैं. उन्होंने स्वयं के लिए कुछ उपभोग नहीं किया. चाणक्य के नीति सूत्रों में है राजा प्रथमो सेवक इन सूत्रों को भी किसी ने आत्मसात किया तो वो नरेन्द्र मोदी हैं.
अमित शाह ने आगे कहा कि नरेन्द्र मोदी के जीवन को तीन हिस्से में देखा जा सकता है. पहला बिना किसी पद के हजारों कार्यकर्ताओं को तैयार करना, कार्यकर्ताओं के आधार पर चुनाव जीतना 1987 से लेकर 2001 तक, और तीसरा तब से अब तक सीएम और पीएम रहते हुए अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह करते हुए. बिना किसी उपभोग के उन्होनें शासन किया और मूल्यों का पालन किया.
बचपन में अभावों में जिए नरेन्द्र मोदी: शाह
उन्होंने आगे कहा कि नरेन्द्र मोदी के सक्रिय राजनीति में आने से पहले के जीवन को देखे बिना उनके जीवन का मूल्यांकरन करना मुश्किल है. एक बच्चा बिना किसी संसाधन के पलता बढ़ता है, अभावों में रहता है, जब उनको मौका मिला समाज को कैसे आगे ले जाना है तो भारत को विश्व पटल पर वो लाए, उसे देखते हुए मोदी के जीवन का मूल्यांकन किया जाना चाहिए. मोदी के व्यक्तित्व को समझने के लिए उनके बैकग्राउंड को समझना बेहद जरूरी है. जिसने जीवन में अभाव को सहा उसके बाद भी देने की भावना होती है वह उदार प्रवृत्ति का होता है.
पीएम मोदी के साथ लंबे समय से काम करने का मौका मिला: शाह
अमित शाह ने आगे कहा कि मुझे पीएम मोदी के साथ लंबे समय से काम करने का मौका मिला , सब जगह मुझे उनके साथ काम करने का मौका मिला, मैंने बहुत नजदीक से उनके काम करने के तरीके को देखा. गुजरात में उनको संगठन की जिम्मेदारी मिली. भविष्य के नाम पर आगे घनघोर अंधेरे के अलावा कुछ नहीं था. नरेन्द्र मोदी ने सबसे पहले गुजरात के संगठन को खड़ा किया, उसी तर्ज पर आज बीजेपी पूरे देश में खड़ी है.
शाह ने आगे कहा कि पीएम मोदी को गुजरात का सीएम बनाया गया था तो बहुत विकट समय था, सारी व्यवस्था अस्त व्यस्त थी. 2002 में दंगे हुए वहां से 2014 तक गुजरात सरकार चली, विकास का ऐसा माडल तैयार हुआ जो सबके सामने है. लोकतंत्र के भीतर लोकसंवाद को स्थापित करने का काम किया मोदीजी की गुजरात सरकार ने 2014 तक किया.
2024 से पहले हर घर में शुद्ध पीने का पानी: शाह
मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए शाह ने कहा कि मोदी सरकार के पांच साल कार्यकाल ने तेरह करोड़ लोगों के घर में चूल्हा जलाया, अगर बाहर के देश में होता तो इसकी चर्चा होती है. महिलाओं के सम्मान के लिए शौचालय निर्माणों का काम किया. आठ करोड़ घरों में शौचालय की व्यवस्था की, गांव खुले में शौचमुक्त हुए, हर एक व्यक्ति को अपना घर मिले, इस कार्य को भी हम 2022 तक पूर्ण कर लेंगे. आयुष्मान भारत के तहत 5 लाख तक का मेडिकल खर्चा बीजेपी के नेता नरेन्द्र मोदी ने किया. और अब जब फिर से आए हैं तो तय किया है कि 2024 से पहले हर घर में शुद्ध पीने का पानी पाइप लाइन के जरिए किया जाएगा.
मोदी ने घोषणा पत्र को गंभीरता दी: शाह
शाह ने आगे कहा कि उरी पर हमला हुआ चाहे पुलवामा अटैक, हमने दो-दो सर्जिकल स्ट्राइक कर भरपूर जवाब दिया. मोदी सरकार ने स्पष्ट कर दिया कि हम पर कोई हमला होगा तो उसको जवाब मिलेगा. अब तक घोषणा पत्र सिर्फ कागज का टुकड़ा हुआ करता था. आप 2014 का घोषणा पत्र उठाकर देख लीजिए बीजेपी की सरकार ने 90 फीसदी काम पूरे कर दिए हैं. वर्षों से लंबित मुद्दे थे. 370 हटानी हो, शरणार्थियों को नागरिकता देनी हो, राम मंदिर पर स्पष्ट स्टैंड लेना हो, ट्रिपल तलाक हटाना हो ये चारों मुद्दे को विवाद के डर से दबा कर रखे गए थे. मोदी ने प्राथमिकता पर इन मुद्दों को हल किया. घोषणा पत्र को एक गंभीरता देने का काम नरेन्द्र मोदी ने किया.
देश की राजनीति को तीन नासूरों ने क्षीण किया
शाह ने आगे कहा कि 67 से लेकर 2014 तक देश की राजनीति को तीन नासूरों ने क्षीण-विक्षीण कर दिया. तुष्टीकरण, जातिवाद और परिवारवाद. 2014 के बाद मोदीजी ने तीनों नासुरों को समाप्त करने का काम किया. जनता ने भी उनका समर्थन किया. अर्थ तंत्र के अंदर आमूल चूल परिवर्तन लाया गया. इसका प्रभाव इतिहास में जरूर दिखेगा. पहले फैसले लोगों को अच्छा दिखने के लिए लिया जाता था नरेन्द्र मोदी ने लोगों के लिए अच्छा होने वाला फैसला लिया. बहुत समय के बाद ऐसा नेता आया है. बार-बार होने वाले चुनाव देश के अर्थतंत्र को नुकसान पहुंचाते हैं इस दिशा में भी काम कर रहे हैं.
मोदी कुशल प्रशासक हैं
अंत में गृह मंत्री ने आगे कहा कि दुनिया को हिन्दी सुनने की आदत नरेन्द्र मोदी ने डाली है. मोदी ने अपने काम से देश को आगे बढ़ाया है. मोदी कुशल प्रशासक हैं. समर्थ रामदास के उपभोगशून्य स्वामी की परिकल्पना को नरेन्द्र मोदी ने चरितार्थ किया है.